November 15, 2024

बाइडन ने PM मोदी का ऑटोग्राफ मांगा, कहा – अमेरिका में आपका जबरदस्त क्रेज, ऑस्ट्रेलिया ने भी खूब की तारीफ

हिरोशिमा, 21 मई(इ खबर टुडे)। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन जब क्वाड बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने उनके पास गए, तो भारतीय नेता ने अगले महीने वॉशिंगटन डीसी की यात्रा के दौरान उनके कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए प्रतिष्ठित नागरिकों से बड़ी संख्या में मिल रहे अनुरोध की बात कही। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। जो बाइडन ने पीएम मोदी से कहा, ‘आपके आगामी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उनके पास देश के प्रमुख नागरिकों की तरफ से अनुरोधों की बाढ़ आ गई है और जिस वजह से उन्हें एक चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।’ पीएम मोदी अगले महीने वॉशिंगटन डीसी की यात्रा पर रहेंगे।

उन्होंने बताया कि इसी तरह के विचार रखते हुए ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि उनके लिए भी भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम के वास्ते मिल रहे सभी अनुरोधों को स्वीकार करना मुश्किल हो रहा है, जहां मोदी मंगलवार को भाषण देंगे. हालांकि, सिडनी में होने वाले इस कार्यक्रम के आयोजन स्थल में 20,000 लोगों के बैठने की क्षमता है. राष्ट्रपति बाइडन और पीएम अल्बनीज दोनों ने अपनी अजीबोगरीब चुनौतियों के बारे में पीएम मोदी से शिकायत की।

अल्बनीज ने याद किया कि इस साल अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में कैसे 90,000 से अधिक लोगों ने उनका स्वागत किया था. इस पर बाइडन ने हल्के-फुल्के अंदाज में पीएम मोदी से कहा कि उन्हें उनका ऑटोग्राफ लेना चाहिए। पीएम मोदी और अल्बनीज मार्च 2023 में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच आयोजित टेस्ट मैच देखने के लिए नरेन्द्र मोदी स्टेडियम पहुंचे थे। इस दौरान, दोनों नेताओं स्टेडियम का चक्कर भी लगाया था।

जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए 19 मई को हिरोशिमा पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को क्वॉड शिखर बैठक के दौरान हिन्द प्रशांत क्षेत्र को वैश्विक कारोबार, नवाचार और विकास का ‘इंजन’ करार दिया और कहा कि इसकी सफलता एवं सुरक्षा पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है. बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीस ने हिस्सा लिया।

पीएम मोदी ने कहा, ‘क्वॉड हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है।’ उन्होंने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सफलता और सुरक्षा पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है तथा ‘हम रचनात्मक एजेंडे और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के आधार पर आगे बढ़ रहे हैं।’

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