Agnipath Scheme : अग्निवीरों को CRPF व असम राइफल्स में मिलेगा 10% आरक्षण, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा ऐलान
नई दिल्ली,18जून(इ खबर टुडे)। सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना का विरोध जारी है। आज प्रदर्शनकारियों द्वारा बिहार बंद का ऐलान किया गया है, जिसे लालू यादव की पार्टी RJD समेत तमाम विपक्षी दलों ने समर्थन किया है। आशंका जताई जा रही है कि Agnipath Scheme के खिलाफ शनिवार को भी हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी रह सकता है। कई जिलों में धारा 144 लगाई गई है और इंटरनेट भी बंद है।
पुलिस के साथ ही अतिरिक्त सुरक्षा बलों को लगाया गया है। इससे पहले शुक्रवार को भी Agnipath Scheme के विरोध में सबसे ज्यादा बवाल बिहार में ही मचा।
गृह मंत्री अमित शाह ने किए अहम ट्वीट
अमित शाह ने ट्वीट कर जानकारी दी कि गृह मंत्रालय ने CAPFs और असम राइफल्स में होने वाली भर्तियों में अग्निपथ योजना के अंतर्गत 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए 10% रिक्तियों को आरक्षित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। साथ ही गृह मंत्रालय ने CAPFs और असम राइफल्स में भर्ती के लिए अग्निवीरों को निर्धारित अधिकतम प्रवेश आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट देने का निर्णय किया है। और अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए यह छूट 5 वर्ष होगी।
प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई शुरू
अग्निपथ के विरोध में ट्रेनों और अन्य सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। वहीं सोशल मीडिया से भी युवाओं को भड़काने का काम किया गया। अब ऐसे आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है।
अग्निपथ योजना पर आज अहम बैठक
रक्षा मंत्री राजनाथ ने अग्निपथ योजना को लेकर एक अहम बैठक बुलाई है। दिल्ली में होने वाली इस बैठक में तीनों सेना प्रमुख के साथ ही रक्षा सचिव और सूचना तथा प्रसारण मंत्रालय के सचिव हिस्सा लेंगे। बता दें, विरोध के बावजूद सरकार इस दिशा में आगे बढ़ने का फैसला कर चुकी है। शुक्रवार को सेना प्रमुख ने बताया था कि 2 दिन में नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा और 24 जून से भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
रेलवे को सबसे ज्यादा नुकसान
शुक्रवार को योजना के खिलाफ विरोध का दूसरा दिन था। इस दिन बिहार के साथ ही झारखंड, यूपी, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, तेलंगाना में ट्रेनों को निशाना बनाया गया। सबसे ज्यादा नुकसान रेलवे को हुआ। रेल मंत्री समेत सरकार के तमाम बड़े लोगों ने युवाओं से अपील की है कि वे सरकारी सम्पत्ति को नुकसान न पहुंचाए।