सीएम शिवराज ने लिफ्ट से ऊपर पहुंच कर किया शंकराचार्य प्रतिमा का अनावरण, 21 कुंडीय यज्ञ में दी आहुति
खंडवा,21 सितम्बर(इ खबर टुडे)। ओंकारेश्वर में एकात्म धाम में आचार्य शंकर की 108 फीट ऊंची बहुधातु प्रतिमा के अनावरण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को किया। दोपहर 12 .26 बजे लिफ्ट से ऊपर पहुंच कर आदि गुरु के चरणों मे पुष्प अर्पित किए।
इसके पूर्व ओंकार पर्वत पर आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा के शुद्धिकरण के लिए आयोजित धार्मिक आयोजनों में शामिल हुए। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में वैदिक रीति से 21 कुंडीय हवन और पूजन की पूर्णाहुति हुई।
यहां से ओंकार मान्धाता पर्वत पर 11 से 21 सितंबर तक उत्तरकाशी के स्वामी ब्रह्मेन्द्रानंद तथा 32 सन्यासियों द्वारा किए जा रहे प्रस्थानत्रय भाष्य पारायण व हवनकुंड में शामिल हुए। उनके साथ स्वामी अवधेशानंद, पत्नी साधना सिंह सहित अन्य अतिथि थे। ओंकार पर्वत पर पहुंचने पर केरल सहित अन्य प्रदेशों के कलाकारों ने परंपरागत शैली में आगवानी की। इस मौके पर संतों और सन्यासियों महामंडलेश्वर आदि में परिक्रमा भी की।
ओंकारेश्वर आचार्य शंकर की ज्ञान भूमि और गुरु भूमि है। यहीं उनको अपने गुरु गोविंद भगवत्पाद मिले और यहीं 4 वर्ष रहकर उन्होंने विद्या अध्ययन किया। 12 वर्ष की आयु में ओंकारेश्वर से ही अखंड भारत में वेदांत के लोकव्यापीकरण के लिए प्रस्थान किया।
इसलिए ओम्कारेश्वर के मान्धाता पर्वत पर 12 वर्ष के आचार्य शंकर की प्रतिमा की स्थापना की जा रही है। इस प्रतिमा का निर्माण एलएनटी कंपनी द्वारा किया जा रहा है।
यह मूर्ति सोलापुर महाराष्ट्र के प्रसिद्ध मूर्तिकार भगवान रामपुरा द्वारा उकेरी गई है। मूर्ति हेतु बाल शंकर का चित्र मुंबई के विख्यात चित्रकार श्री वासुदेव कामत द्वारा वर्ष 2018 में बनाया गया था। मूर्ति निर्माण हेतु वर्ष 2017-18 में संपूर्ण मध्यप्रदेश में एकात्म यात्रा निकाली गई थी, जिसके माध्यम से 27 हजार ग्राम पंचायतों से मूर्ति निर्माण हेतु धातु संग्रहण तथा जनजागरण का अभियान चलाया गया था।