Patient Dead : अम्मी के इंतज़ार में दुनिया छोड़ गई जरीना,दो साल से अस्पताल में थी भर्ती,नहीं लग पाया परिजनों का पता
रतलाम,09 अगस्त (इ खबरटुडे)। पिछले दो साल से अस्पताल में भर्ती ज़रीना को प्रतिदिन की तरह सुबह नाश्ता देने पहुंचे समाजसेवी गोविंद काकानी ने जब उसे ब्रेडबड़ा देने के लिए जगाया तो देखा कि उसका पूरा शरीर कड़क हो चुका था। उसके प्राण निकल चुके थे। श्री काकानी ने तत्काल डॉक्टर जीवन चौहान को बुलाया। डॉ चौहान ने उसे मृत घोषित कर दिया। आखिर ज़रीना को उसके परिवार से मिलाने का सपना अधूरा रह गया। आखरी दम तक ज़रीना यही कहती रही कि मुझे अम्मी के पास जाना है, पर घर का पता याद नहीं। ईद भी निकल गई लेकिन अम्मी लेने नहीं आई।
रोगी कल्याण समिति सदस्य एवं काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत 2 सितंबर 2019 को जावरा सिविल अस्पताल में भर्ती जरीना को हालत बिगड़ने पर 3 सितंबर 2019 को 108 द्वारा जिला चिकित्सालय रतलाम के आइसोलेशन वार्ड में पुलिस जवान महेश द्वारा भर्ती कराया गया था। आरक्षक महेश ने बताया कि जरीना को हुसैन टेकरी से लाकर जावरा अस्पताल व वहां से रतलाम लाकर भर्ती कराया है। तभी से जरीना जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती है। मानसिक रूप से कमजोर जरीना बहुत ही कमजोर हालत में भर्ती हुई थी| स्वास्थ्य मैं सुधार हेतु समाजसेवी काकानी डॉक्टर ,स्टाफ द्वारा लगातार प्रयत्न किए गए। विगत 2 वर्षों में लगातार चर्चा में वह घर का पता नहीं बता पाती परंतु अपना नाम जरीना उम्र लगभग 35 वर्ष पिता का नाम शाहरुख ,माता का नाम नसीम, भाइयों के नाम आमीन, फारुख ,बड़ी बहन का नाम गुल्लो बताती थी । पिता फूल की दुकान लगाते हैं। कभी-कभी खेती की भी बात बताती थी। उसकी भाषा से वह आसपास के इंदौर, उज्जैन, देवास, मंदसौर जिले की लग रही थी। अनेक अनेक कोशिश के बाद भी उसके परिवार का पता नहीं लग पाया। मीडिया के माध्यम से भी परिवार को खोजने की कोशिश की गई परंतु सफलता नहीं मिली और इस बीच जरीना मां एवं परिवार को याद करते करते दुनिया से विदा हो गई।
समाजसेवी श्री काकानी ने बताया कि कुछ दिन से उसकी हालत में ज्यादा कमजोरी नजर आ रही थी इसीलिए सभी से आग्रह किया था कि जल्द उसके माता-पिता के खोजने में मदद कर देवे। जिसका ना होने का बहुत दुख हो रहा है। बिटिया जरीना को मुस्लिम धार्मिक विधि अनुसार अस्पताल चौकी प्रभारी अशोक शर्मा की मदद से अनीश बाबा द्वारा मोती नगर कब्रिस्तान पर दफनाया गया। काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन ,समन्वय परिवार, प्रभु प्रेमी संघ एवं रोगी कल्याण समिति की ओर से मृतात्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।