April 25, 2024

इस बार महाकाल की शाही सवारी में 12 किलो से अधिक वजन का रजत मंडित ध्वज

उज्जैन ,17 अगस्त (इ खबर टुडे )।भगवान श्री महाकालेश्वर की सावन –भादौ मास में नगर भ्रमण के क्रम में आने वाले सोमवार को भगवान का शाही नगर भ्रमण होगा । इसके लिए सवारी मार्ग को सजाने की शुरूआत हो चुकी है । इस वर्ष की अंतिम ओर शाही सवारी में भगवान श्री महाकालेश्वर का रजत मंडित ध्वज भी रहेगा ।ध्वज का गुरूवार को मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर के साथ ही अन्य ने पूजन अर्चन किया। इससे पूर्व शाही सवारी की तैयारी को लेकर बैठक में विचार विमर्श किया गया ।श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के द्वारा 12 किलो 708 ग्राम चांदी से ध्वज का निर्माण किया गया है। इस ध्वज की लंबाई 12 फीट रहेगी। ध्वज के स्तम्भ में पीतल का तथा पताका में प्लाई का उपयोग किया गया है। पीतल के स्तम्भ प्लाई की पताका के आवरण में चाॅदी का उपयोग किया गया है। ध्वज का निर्माण उज्जैन शहर के आंग्रे का बाडा निवासी कारीगर हरीष सोनी से कराया गया है। 12 फीट का 12 किलो से अधिक वजन का रजत मंडित ध्वज का महाकाल मंदिर के नंदीहाॅल में विधिवत पूजन किया गया। पूजन पं. निर्मल गुरू ने संपन्न कराया। पूजन के दौरान कलेक्टर संकेत भोंडवे, उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जगदीष अग्रवाल, नव नियुक्त सदस्य पं. प्रदीप गुरू, विभाष उपाध्याय, जगदीष शुक्ला, सहित जन प्रतिनिधि,शासकीय अषासकीय सदस्य, वरिष्ठ प्रषासनिक अधिकारी आदि उपस्थित थे।

शाही सवारी में यह रहेगा क्रम –
बैठक में प्रभारी प्रषासक क्षितिज शर्मा ने अवगत कराया कि सोमवार 21 अगस्त को भगवान महाकाल की शाही सवारी मंे क्रम इस प्रकार रहेगाः- सवारी के आगे प्रचार वाहन, यातायात पुलिस, तोपची, भगवान महाकाल का नव निर्मित 12 फीट का रजत जडित ध्वज रहेगा। इसके बाद घुडसवार दल, विषेष शसस्त्र बल की टुकडी, स्काऊट गाईड, कांग्रेस सेवादल, चयनित विभिन्न 64 भजन मंडली, गणमान्य नागरिक/साधुसंत, पुलिस बैंड, नगर सेना सलामी गार्ड, महाकाल मंदिर के पुजारी/पुरोहित,श्री महाकालेष्वर की पालकी तथा पालकी के साथ चलने वाले भगवान महाकाल के अलग-अलग प्रकार के मुखरविन्द तथा प्रत्येक मुखरविन्द के आगे एक बैण्ड, हाथी पर मनमहेष, एम्बुलेन्स, विद्युत विभाग का वाहन, फायर ब्रिगेड, पुलिस वाहन रहेगा।

महापौर श्रीमती मीना जोनवाल ने भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिये और समस्त श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि प्रषासन के द्वारा की जाने वाली व्यवस्थाओं में सहयोग प्रदान करें। बैठक में सर्व श्री दिवाकर नातु, इकबाल सिंह गाॅधी, रूप पमनानी,द्वारकाधीष चैधरी, अरूण वर्मा, राजहजूर सिंह गौर, सुनील जैन, पूर्व सांसद सत्यनारायण पंवार, पं. महेष पुजारी, डाॅ. घनष्याम शर्मा, केसर सिंह पटेल आदि सदस्यों ने शाही सवारी की व्यवस्थाओं के संबंध में अपने-अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए । बैठक के प्रारंभ में नव नियुक्त सदस्यों का कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक तथा प्रषासक ने दुपट्टा एवं प्रसाद भेंट कर पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया।

अमावस्या ओर शाही सवारी का योग –
भगवान महाकाल की शाही और श्रावण -भादों मास की सवारियों के क्रम की अंतिम सवारी 21 अगस्त को निकाली जावेगी। इस दिन सोमवती अमावस्या का पर्व भी है। इसलिए शाही सवारी एवं सोमवती अमावस्या पर्व की व्यवस्थाओं के संबंध में मंदिर प्रबंध समिति के सदस्यों, शासकीय एवं अषासकीय सदस्यों की बैठक गुरूवार शाम को महाकाल प्रवचन हाॅल में संपन्न हुई। बैठक में कलेक्टर एवं श्री महाकालेष्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष संकेत भोंडवे ने सदस्यों के सुझाव लेकर आष्वस्त किया कि शाही सवारी में सुझाये गये विचारों पर अमल किया जायेगा। उन्होंने शाही सवारी मार्ग की दुकानों के सामने जैसे होटलों पर ज्वलंत सामग्री को न रखने की अपील दुकानदारांे से की है। इसी प्रकार सवारी मार्ग के कुछ स्थानों पर अत्यधिक महिला-पुरूषों की भीड़ वाले स्थानों पर पुरूष कर्मचारियों के अलावा महिला कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई जायेगी। निःस्वार्थ भाव से सेवा देने वाले व्यक्ति आगे आकर प्रषासन की व्यवस्थाओं में सहयोग करें। कलेक्टर ने शहर में चलने वाले वाहन मालिक किसी भी श्रद्धालु यात्री से अधिक किराया न वसूला जाये। अधिक किराया वसूलने की षिकायत मिलने पर संबंधित वाहन मालिक के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जावेगी। प्रत्येक व्यक्ति अनुषासन एवं धैर्य रखकर प्रषासन की व्यवस्थाओं में सहयोग करें और हम सब मिलकर बेहतर व्यवस्था कर शाही सवारी एवं सोमवती अमावस्या पर्व को सफल बनायेंगे।

आस्था और व्यवस्था में समनवय होना आवश्यक -एसपी
बैठक में पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने सदस्यों को आष्वस्त किया कि अधिक आवाज वाले डी.जे. पर सवारी में पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जायेगा। कम आवाज वाले स्पीकर एवं चिलम की ही अनुमति दी जावेगी। पुलिस अधीक्षक ने आस्था और व्यवस्था में समन्वय होना बहुत जरूरी है। इसलिए सभी श्रद्धालु महाकाल की शाही सवारी और सोमवती अमावस्या पर्व की व्यवस्थाओं में पूर्ण रूप से सहयोग प्रदान करें। महाकाल की सवारी प्रदेष देष के समस्त श्रद्धालओं में श्रद्धा और आस्था बढी है। इसलिए भगवान महाकाल की सवारी को सम्मान पूर्वक और अनुषासन से निकालने में प्रत्येक श्रद्धालु व्यवस्थाओं सहयोग करें। उन्होंने बैठक में समस्त सदस्यों को आष्वस्त किया कि उनके द्वारा दिये गये महत्वपूर्ण सुझावों को अमल में लाया जायेगा।

बैठक में कलेक्टर श्री भोंडवे ने कहा कि कोई भी व्यक्ति शाही सवारी में व्यक्तिगत प्रचार-प्रसार न करे। यातायात की व्यवस्थाओं में सहयोग दे। सवारी मार्ग में परंपरानुसार लगने वाले मंच निर्धारित स्थान पर और कम ऊचाई एवं सीमित सीमा में ही तैयार किये जायें और उन मंचों पर अधिक साउण्ड वाले डी.जे. न लगाये जायें। साफ-सफाई, विद्युत, पेयजल आदि की समूचित व्यवस्थाएॅ सुनिष्चित की जावेंगी। अलग-अलग व्यवस्थाओं के लिए अलग-अलग समितियों का गठन कर दिया गया है और गठित समितियाॅ संबंधित सदस्यों को आमंत्रित कर उन्हें नियमानुसार व्यवस्थाओं में सहयोग एवं नियम का कडाई से पालन करवाने के आदेष दिये जा रहे है।

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