November 15, 2024

स्वच्छता संबंधी अनुशसाओं पर गम्भीरता से विचार होगा – कलेक्टर बी.चन्द्रषेखर

आईआईएम इंदौर के छात्रों ने गाॅवों से लौटकर सुनाया स्वच्छता का हाल

रतलाम 03 दिसम्बर(इ खबरटुडे)। पंचायती राज और ग्रामीण विकास अंतर्गत स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत गाॅव को खुले से शौच मुक्त करने के लिये चलाये जा रहे कार्यक्रम की वस्तुस्थिति का जायजा लेने के लिये पाॅच दिन विभिन्न गाॅवांे में बिताने के बाद इण्डियन इंस्टीट्युट आॅफ मैनेजमेंट (आईआईएम) के 52 विद्यार्थियों के दल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में अपने प्रजेंटेशन प्रस्तुत कर अनुभवों को बाॅटा और स्वच्छता के लिये और प्रयास किये जाने की आवष्यकता जताते हुए विभिन्न अनुशसाऐं की। 13 दलों में बटे 52 विद्यार्थियों के 13 ग्रुप लीडरों ने स्वच्छता के लिये गाॅव में ग्रामीणों द्वारा किये जा रहे कार्यो के बारे में अवगत कराते हुए बताया कि स्वच्छता के प्रति सकारात्मक वातावरण निर्मित हुआ है।ग्रामीणजन जागरूक हुए है फिर भी अभी और विभिन्न प्रबंध किये जाने की आवष्यकता है। कलेक्टर बी.चन्द्रषेखर ने छात्रों के द्वारा गाॅव में स्वच्छता के लिये की गई अनुशसाओं पर गम्भीरतापूर्वक विचार कर उन्हें लागू करवाने के लिये आवष्यक कदम उठाने को आष्वस्त किया। उन्होने छात्रों के बेहतर भविष्य की कामना करते हुए उन्हें विदाई दी।
कलेक्टर ने छात्रों के द्वारा किये गये प्रजेंटेशनों को देखा एवं सुना। उन्होने ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों, निगरानी समितियों के द्वारा स्वच्छता के लिये की जा रही कार्यवाहियों एवं कार्यक्रमों के बारे में जाना। उन्होने स्कूलों में स्वच्छता के प्रबंधों के साथ ही स्कूलों में चल रही पढ़ाई, शैक्षणिक स्तर और षिक्षकों की व्यवस्था के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। गाॅव में विभिन्न वर्गो की बसाहटा, उनके आपसी मेलजोल, रहन-सहन, वैचारिक स्तर इत्यादि के बारे में भी आईआईएम के छात्रों से जानकारियाॅ प्राप्त की। कलेक्टर ने छात्रों के द्वारा किये गये अध्ययन, तैयार की गई रिपोर्ट और प्रजेंटेषन की सराहना करते हुए आष्वस्त किया कि आवष्यकता अनुसार आवष्यक कदम उठाये जायेगे।

आईआईएम के विद्यार्थियों के द्वारा जावरा विकासखण्ड की ग्राम पंचायत रोजाना, गांेदीषंकर, उपलई एवं बोरदा, रतलाम विकासखण्ड की ग्राम पंचायत पिपलखुटा एवं डेलनपुर, आलोट विकासखण्ड की ग्राम पंचायत पंथपिपलौदा, बरखेड़ाकलां, मुण्डलाकलां, कराड़िया, पाटन, निपानियालीला और मिनावदा गाॅव में अध्ययन किया गया। उन्होने अपने प्रजेंटेषन में बताया कि ग्रामों को स्वच्छ बनाने के लिये वहा संचालित निगरानी समितियों को प्रभावी बनाया जाना आवष्यक है। स्वच्छता के लिये आमजन को प्रोत्साहित करने के लिये अच्छा कार्य करने वालों को सम्मानित एवं पुरूस्कृत किया जाये।

 

वही जो लोग इसमें आवष्यक सहयोग नहीं कर रहे हैं उन पर पेनल्टी लगाई जाये। छात्रों ने बताया कि आम ग्रामीण व्यक्ति विकास शुल्क देने के लिये सहज रूप से तैयार नहीं है। ग्रामीणों का मानना हैं कि शौचालय निर्माण एवं गाॅव में सफाई का कार्य शासन की जिम्मेदारी है। स्वच्छता के लिये पानी की आपूर्ति अत्यावष्यक हैं। जिन गाॅवों में नलकूपों की मरम्मत हो सकती हैं वहा मरम्मत कराई जायें। साथ ही कुओं की सफाई भी आवष्यक है। कुछ गाॅवों में पानी की टंकी से चैबीस घण्टे पानी चल रहा हैं और नलों में टोड़ियों के अभाव में पानी का अपव्यय हो रहा हैं। छात्रों ने बताया कि जिन गाॅवों में निजी स्कूल हैं और वहां पर अच्छे टाइलेटर्स होने के बाद भी प्रबंधन द्वारा बच्चों को शौचालय के उपयोग के लिये प्रोत्साहित नहीं किया जाना चिंताजनक है। ऐसे निजी विद्यालयों के विरूद्ध कार्यवाही की आवष्यकता है। विद्यालयों में बिजली एवं पंखों की व्यवस्था के साथ ही षिक्षकांे की भी आवष्यकता है।
ग्रामीण मंदिरों के लिये लाखों खर्च करने के लिये तैयार स्वच्छता के लिये नहीं
आईआईएम इंदौर के छात्रों के द्वारा गाॅव में रहकर किये गये अध्ययन उपरांत आज अवगत कराया गया कि ग्रामीणों में मंदिर निर्माण के लिये लाखों रूपये खर्च करने की इच्छा शक्ति तो हैं लेकिन स्वच्छता के लिये शौचालय निर्माण हेतु धन राषि खर्च करने की मानसिकता नहीं है। शौचालय निर्माण अथवा डस्टबीन अथवा अन्य संसाधनों के लिये वे शासन और सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किये जाने की मांग करते है। छात्रों ने बताया कि गाॅव मंे ग्रामीणों के पक्के घर होने के बाद भी शौचालय निर्माण नहीं कराया जाना स्वच्छता एवं स्वास्थगत बीमारियांे से बचाव के लिये आवष्यक जागरूकता की कमी को दर्षाता है। कई परिवारों के द्वारा पक्के शौचालयों का उपयोग भण्डार गृह के रूप में किया जा रहा है। गाॅव में जागरूकता अभियान चलाकर ऐसे परिवारों को प्रोत्साहित किया जा सकता है।

कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित मीटिंग में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी दिनेष वर्मा, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा अरूण कुमार जैन, समग्र स्वच्छता अभियान प्रभारी अवध आहिरवाल मौजूद थे।

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