November 15, 2024

घर-घर तिरंगा फहराने निकली छात्रा को स्कूल से निकाला

रैली में जाने पर भी पीटा था विद्यार्थियों को, आठ और छात्र मांगेंगे टीसी

उज्जैन,04 अगस्त (इ खबरटुडे)।शहर में 15 अगस्त को हर घर पर तिरंगे लगाने की मुहिम चलाना 11 वीं की छात्रा को भारी पड़ गया। जॉली मेमोरियल मिशन स्कूल द्वारा मिशन तिरंगा का विरोध करने पर गुरुवार को मुहिम चला रही छात्रा को स्कूल छोडना पड़ा। इसी के चलते अब आठ और विद्यार्थी स्कूल छोडने के तैयारी कर रहे है।

महावीर एवन्यू निवासी उर्वषी जैन ओरा पार्क स्थित मिशनरी स्कूल में 11 वीं की छात्रा थी। उसने 15 अगस्त को शहर में महापर्व मनाने के लिए यूथ ऑफ इंडिया ग्रुप बनाया। ग्रुप में स्कूल के काफी विद्यार्थी जूड़कर लोगों को अपने घरों पर तिरंगा लगाने के लिए लगातार मुहिम चला रहे है। स्कूल प्रबंधन ने इससे नाराज होकर पहले मिशन बंद करने के लिए उवर्षी व अन्य विद्यार्थियों को बरलगाने का प्रयास किया। बावजूद नहीं मानने पर तरह-तरह से प्रताडित कर दबाव बनाने लगे। स्कूल के पास लगे मिशन के आयोजन के पोस्टर फाड़ दिए। नतीजतन उवर्षी ने स्कूल छोडने के आवेदन में पूरी घटनाओं का उल्लेख कर टीसी मांगने के लिए आवेदन दे दिया स्कूल प्रबंधन ने गुरुवार को उसे टीसी दे दी। उवर्षी ने इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी, कलेक्टर को भी पत्र भेजा, लेकिन वे मिल नहीं सके।

विद्यार्थी बोले, दूसरे स्कूल जाएंगे
छात्र सिद्धार्थ गुंजाल ने बताया कि तिरंगा मिशन का विरोध करने पर वह और उसकी दोनों बहने भी जॉली से टीसी निकलवाएंगे। वहीं पांच अन्य परिजन भी इस हालात में बच्चों को इस स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहते।

शिक्षक ने मांगी थी माफी
ग्रुप ने मिशन तिरंगा के चलते 11 जुलाई को साइकिल रैली निकाली थी। रैली में शामिल 8 वीं के 14 छात्र-छात्राओं को शिक्षक ने स्कूल प्रबंधन के कहने पर डस्टर से मारा था। परिजनों के विरोध करने पर लिखित में माफी मांगी थी।

जॉली में गड़बड़ी
– स्कूल में विद्यार्थी महाकाल का रक्षा सूत्र या राखी बांधकर नहीं जा सकते।
– वर्ष 2015 में क्लास में लगी सरस्वती माता व शहीदों की तस्वीर फाड़े थे।
– वर्ष 2015 में शहीदों पर बनाए नाटक की रिहर्सल में दो फर्सी टूटने पर विद्यार्थियों को जुर्माना भरना पड़ा था।
जन्माअष्टमी पर्व पर मटकी फोड़ कार्यक्रम का संचालिका ने विरोध किया। प्रीसिंपल को इस्तिफा देना पड़ा था।
– चार दिन पहले क्लास के पास शराब की बोतले मिलने पर जिम्मेदार पर कोई कार्रवाई नहीं की।

इन्होंने कहां
हमने मिशन तिरंगा का विरोध नहीं किया। रैली में जाने की अनुमति दी थी। कुछ विद्यार्थी छूट्टी का आवेदन दिए बिना रैली में गए थे। किसी के साथ मारपीट नहीं की है। उवर्षी को उसके मांगने पर टीसी दी है। छात्रा जून -जुलाई दो माह में मात्र १४ दिन उपस्थित रही।

सीमा सक्सेना, वाइस प्रिंसिपल, जॉली मेमोरियल मिशन स्कूल ने कहां मुझे अभी कोई आवेदन नही मिला है। शिकायत आती है तो एक्शन लूंगा। संजय गोयल, जिला शिक्षा अधिकारी ने कहां स्कूल प्रबंधन शुरू से मिशन तिरंगा का विरोध कर रहा है। पहले गलती कर माफी मांग कर मिशन तिरंगा का विरोध नहीं करने का वादा किया था। छात्रा को टीसी लेने के लिए मजबूर करने पर शुक्रवार को स्कूल प्रबंधन से बात करेंगे।

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