mainब्रेकिंग न्यूज़

शराब पीने के शौकिन लोगों के लिए बुरी खबर, एक्सप्रेस-वे से हटेंगे ठेके

Expressway update: शराब पीने के शौकिन लोगों को योगी सरकार ने झटका दिया हैं। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सरकार ने एक्सप्रेस वे से शराब की दुकान हाटने के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तरप्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक ली।
बैठक में सामने आया कि अधिकतर सड़क हादसे शराब के नशे में हो रहे हैं और लोग नशे की हालात में रेड सिग्नल को भी क्रास करने का काम कर रहे हैं। इसके चलते सड़क हादसे बढ़ रहे हैं। हादसों की बढ़ती संख्या पर सरकार ने चिंता जाहिर की।
इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दे दिए कि जिन भी एक्सप्रेस वे पर शराब के ठेके चल रहे हैं उनको हटा दिया जाए, ताकि एक्सप्रेस वे पर चलने वाले लोगों को शराब नहीं मिले और सड़क हादसो में कमी आ सके।
सरकार के आदेश पर जल्द ही एक्सप्रेस वे से शराब की दुकानों को हटा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आदेश दिए कि शराब के नशे में वाहन नहीं चलाने व मोबाइल का प्रयोग नहीं करने के लिए जागरूक करे ताकि हादसो में कमी आ सके। सरकार के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2024 में 46,052 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। इनमें 34,600 लोग घायल हुए हैं, जबकि 24 हजार से अधिक मौतें हुई हैं। इतनी संख्या में लोगों की मौत पर चिंता जाहिर की हैं।

शराब की दुकान की जगह पर बनेगे अस्पताल
मुख्यमंत्री आदित्यानाथ ने आदेश दिया कि एक्सप्रेस वे से शराब की दुकानों को हटाकर वहां पर अस्पताल बनाए जाए। अस्पताल एक्सप्रेसवे के दोनों साइड में होंगे। ताकि हादसा होते ही घायलों को तुरंत ही इलाज मिल सके और उनकी जान को बचाया जा सके। इसके अलावा मंडल मुख्यालयों के अस्पतालों में ट्रामा सेंटर, एंबुलेंस व प्रशिक्षित स्टाफ की तैनाती की जाएगी।

सबसे ज्यादा सड़क हादसे 20 जिलों में हुए
सड़क सुरक्षा परिषद की बैठके सामने आया कि प्रदेश होने वाले हादसों में से 42 प्रतिशत हादसे 20 जिलों में हो रहे हैं। इनमें हरदोई, मथुरा, आगरा, लखनऊ, बुलंदशहर, कानपुर नगर, प्रयागराज, सीतापुर, उन्नाव, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, बरेली, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, शाहजहांपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, बदायूं, मेरठ और बिजनौर जिले शामिल हैं।

Related Articles

Back to top button