एनसीआरबी में खुलासा /मध्य प्रदेश में 175 नवजातों को यहां-वहां फेंका, देशभर में यह सबसे बड़ा आंकड़ा
भोपाल, 09दिसंबर(इ खबर टुडे)। देश में सर्वाधिक शिशु मृत्यु दर का कलंक कई वर्षों से झेल रहे मध्य प्रदेश को वे माताएं भी शर्मसार कर रही हैं जो अपने नवजात बच्चे को सड़क किनारे झाड़ियों में या यहां-वहां फेंककर चली जाती हैं। वर्ष 2022 में ऐसे 174 मामलों में 175 नवजातों को फेंका गया। देशभर में यह सबसे बड़ा आंकड़ा है।
पूरे देश में इस तरह के 818 प्रकरण सामने आए, जिनमें 831 नवजातों को मां या अन्य स्वजन ने दिल पर पत्थर रख कर फेंक दिया। इनमें 21 प्रतिशत मध्य प्रदेश के थे। कुछ मामलों में जुड़वां नवजातों को फेंका गया।
पिछले चार वर्ष से इस तरह के मामले में मध्य प्रदेश सबसे ऊपर है।यह जानकारी इसी सप्ताह जारी नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट में सामने आई है।
एक मामला ऐसा भी… मां ने फेंका, बाद में प्रेमी-पति के दबाव में अपनाया
सतना जिले में नवंबर, 2021 में ‘ममता’ को झकझोरने वाला मामला सामने आया था। अविवाहित मां ने लोकलाज के डर से जन्म के बाद नवजात को फेंक दिया। अगले दिन बच्चे के पिता को यह जानकारी मिली तो वह गुस्सा हुआ। दोनों ने फिर बच्चे को पाने की कोशिश शुरू कर दी।
इस बीच पुलिस ने नवजात को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया था। नवजात को फेंकने के चलते दोनों छह माह जेल में रहे। बाद में आठ माह कानूनी लड़ाई लड़ी। डीएनए का मिलान कराया गया। इसके बाद कोर्ट के निर्देश पर इसी वर्ष बच्चे को जैविक माता-पिता को सौंपा गया। इस तरह 14 माह बाद पिता बच्चे को देख पाया।