November 23, 2024

हैदराबाद की हैवानियत पर महिला पुलिस अधिकारी ने फेसबुक पर की अपील

हैदराबाद ,30 नवंबर( इ खबर टुडे)।हैदराबाद में एक पशु चिकित्सक के साथ हुई घटना ने दिल्ली के निर्भया कांड की यादें एक बार फिर जेहन में ताजा कर दी हैं। इसने समाज को झकझोर कर रख दिया है और महिलाओं की सुरक्ष को लेकर एक बहस खड़ी हो गई है। इन सबके बीच मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के पुलिस मुख्यालय में तैनात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पल्लवी त्रिवेदी ने सोशल मीडिया पर एक अपील जारी की है। उनकी यह अपील वायरल हो गई है।

अपने फेसबुक वॉल पर पल्लवी ने अपील करते हुए लिखा
कल निर्भया थी, आज प्रियंका और निर्भया से प्रियंका के बीच हजारों लड़कियां बलात्कार का शिकार हुईं। चुनिंदा केस ही चर्चा में आए बाकी दूर दराज के कस्बों के केस लोकल समाचार पत्रों की एक कॉलम की खबर बन कर रह गए। लोग व्यथित हुए, दो चार दिन जिक्र चला और फिर रोजमर्रा को जिंदगी शुरू हो गई।

लेकिन हर घटना के बाद हमने पेरेंट के रूप में, वयस्क लड़की के रूप में, जिम्मेदार पड़ोसी और नागरिक होने के नाते क्या कदम उठाए जिससे कि हमारे आसपास की लड़की के साथ यह जघन्य घटना न हो सके? यदि उठाए भी तो ये नाकाफी थे।

आज मैं एक लड़की, एक जिम्मेदार नागरिक और एक पुलिस अधिकारी होने के नाते कुछ प्रिवेंटिव एक्शन व जरूरी कदम सभी को सजेस्ट करना चाहती हूं, जो हर हालत में हर लड़की और उनके परिजनों तक पहुंचें।

1- नाबालिग लड़कियों के केस में पेरेंट्स और स्कूल प्रबंधन की सबसे ज्यादा जिम्मेदारी होती है। नासमझ बच्ची अपने साथ हुई घटना को न ठीक से समझ सकती है और न बता सकती है। इसलिए हर वक्त उसे सुरक्षित निगरानी में रखना बेहद जरूरी है। खासकर पुरुष स्टाफ जैसे ड्राइवर, नौकर, रिश्तेदार, ट्यूशन टीचर वगैरह के साथ अकेला न छोड़ें और न ही उनसे बच्ची के कपड़े बदलने या नहलाने जैसे कार्य कराएं। उसे तीन साल की उम्र से ही अच्छे और खराब स्पर्श की ट्रेनिंग दें। इसे अपने मौलिक कर्तव्य की तरह निभाएं।

2- आठ साल की उम्र में बच्ची को अश्लील हरकतों और रेप का अर्थ समझा दें। बार बार समझाएं जिससे उसे इसकी समझ पैदा हो जाए और अकेले असुरक्षित जाने के खतरों से लगातार आगाह करते रहें। उसे बताएं कि कोई पुरूष अगर अश्लील इशारे करे, पोर्न वीडियो भेजे या दिखाने की कोशिश करे, उसके सामने अपना लिंग छुए या दिखाए या मास्टरबेट करे तो फौरन आकर पेरेंट्स को बताए। यही हरकतें उसके पोटेंशियल बलात्कारी होने का लक्षण हैं और वो आपसे ये सब शेयर कर सके इसके लिए उसके दोस्त बनिए। डांट डपट करके उसे ये बातें बताने से हतोत्साहित न करें।

3- किशोर लड़कियों को अकेले निकलने से न रोकें किंतु उसे जरूरी सेफ्टी मेजर्स के बारे में बताएं। उसके साथ रेप के केसेस डिस्कस करें और उसके मोबाइल में वन टच इमरजेंसी नंबर रखें जो आवश्यक रूप से पुलिस का ही हो। उसके बाद वह परिजनों को कॉल कर सकती है। स्प्रे, चाकू, कैंची, सेफ्टी पिन, मिर्च पाउडर उसके बैग में अनिवार्य रूप से रहे। यह आदत जितनी जल्द विकसित कर दें, उतना बढ़िया। इसका डेमो देकर उसे ट्रेंड करवा दें। रिहर्सल आवश्यक है अन्यथा हथियार होते हुए भी घबराहट में उसका उपयोग नहीं हो पाता।

4- वयस्क लड़कियां भी पर्स में ऊपर बताए हुए हथियार अनिवार्य रूप से रखें व जरूरत पड़ने पर बिना घबराए उनके इस्तेमाल में कुशल हो। इन हथियारों के साथ एक तेज आवाज वाली सीटी रखें। अपराध के वक्त तेज शोर से अक्सर अपराधी भाग जाते हैं। अगर कोई ऐसी डिवाइस हो या बन सकती हो जो एक बटन दबाते ही इतनी तेज विशेष आवाज का सायरन बजाए जो आसपास के सारे क्षेत्र में गूंज जाए और जिसकी आवाज को सिर्फ रेप होने की आशंका के रूप में यूनिवर्सल साउंड माना जाए तो कृपया इसकी जानकारी दें और अगर नहीं है और कोई व्यक्ति या कंपनी इसे बना सकती है तो इसे सभी नागरिकों की तरफ से मेरा आग्रह मानकर बना दे। यह बेहद प्रभावी सिद्ध होगी।

5- पुलिस कंट्रोल रूम व किसी भी पुलिस अधिकारी का नंबर हमेशा अपने पास रखें और सबसे पहले उन्हें डायल करें। पुलिस की छवि आपके मन में जो भी हो पर याद रखें कि महिलाओं के अपराधों में पुलिस बेहद तत्परता से काम करती है व आपकी सबसे निकट का पुलिस वाहन शीघ्र आपके पास पहुंच जाएगा। पुलिस एप अपने मोबाइल में रखें व अपनी लोकेशन भेजें। अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन जाकर स्टाफ व अधिकारियों से परिचय करें। पुलिस वाकई आपकी दोस्त है। यह आप महसूस करेंगी।

6- मैं चाहती हूं कि लड़कियों के लिए यह देश और दुनिया इतना सुरक्षित हो कि वे आधी रात को भी बेखटके सड़कों पर घूम सकें लेकिन यथार्थ इतना सुंदर नहीं है। इसलिए अकेले देर रात सूनी सड़कों पर आवश्यकता होने पर ही निकलें। पुलिस हर कदम पर आपके साथ तैनात नहीं हो सकती और अपराधी व दरिंदे लड़कों को रातों रात सुधारा नहीं जा सकता। इसलिए क्लब या पार्टी से देर रात लौटें तो अपनी सुरक्षा का ध्यान पहले रहे। कैब या टैक्सी करने पर तुरंत लाइव लोकेशन घरवालों को दें व उसका फोटो भी भेजें। यह बात उस ड्राइवर को भी मालूम हो।

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