May 3, 2024

सीवरेज सीस्टम प्रोजेक्ट की जानकारी देने के लिए कार्यशाला आयोजित

रतलाम,17 जून (इ खबरटुडे)। शहर में शुरु हुए सीवरेज सीस्टम प्रोजेक्ट की जानकारी देने के लिए शनिवार को होटल अंजता पैलेस में कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें जनप्रतिनिधियों की जिज्ञासाओं के समाधान के साथ ही सीवरेज सीस्टम की तकनीक के बारे में जानकारी दी गई।
सीवरेज सिस्टम का काम शुरू होने के बाद से ही डाले जा रहे छोटे पाइप, रोड खुदाई और उसके पुन: निर्माण, घरों में होने वाले कनेक्शन एवं अन्य बातों को लेकर आमजन से लेकर पार्षदों एंव अन्य जनप्रतिनिधयों के मन में ही कई तरह के सवाल चल रहे है।  इन्हीं सवालों का जवाब देने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें प्रोजेक्ट कंसल्टेंट दीप अग्रवाल, प्रोजेक्ट डेवलपमेंट मॉनिटरिंग कमेटी (पीडीएमसी) वेप्कोस कंपनी के एक्सपर्ट एस.एल फड़के ने तकनीक के बारे में जानकारी देते हुए जिज्ञासाओं का समाधान किया। कार्यशाला के दौरान ऐसे भी मौके आए जब जनप्रतिनिधियों ने कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए अपने सवालों से कंपनी के इंजिनियरों को घेरा। वार्ड क्रमाकं 5 के  जनप्रतिनिधी अनिल गोखरु ने रेल नगर में डाली गई पाइप लाइन पर सवाल उठाए और कहा कि पाइल लाइन के नीचे ठीक से बेडिंग नहीं की गई है। इसी तरह पार्षद रजनीकांत व्यास ने  कहा कि जिस वार्ड में खुदाई हो रही है, उस वार्ड के पार्षद को ही जानकारी नहीं रहती है। एलडरमेन प्रभू नेका ने सवाल उठाया कि जो कार्यशाला आज हो रही है, वह काम शुरु होने के पहले होनी चाहिए थी। निगम अध्यक्ष अशोक पोरवाल ने कंपनी के इंजिनियरों से पुछा कि पाइप लाइन डालने के लिए जो सड़क खोदी जा रही है, वह वापस कितने दिन में बनेगी। क्यों कि मु य समस्या सड़क की रहेगी। पार्षद सीमा टांक ने पुछा कि सीवरेज सिस्टम में शहर के दो प्रमुख तालाब अमृत सागर और हनुमान ताल में तो गंदा पानी नहीं छोड़ा जाएगा, जिस पर कंपनी के इंडिनियरों ने कहा कि एसा कुछ नहीं होगा। उपस्थित अन्य पार्षदों एवं जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी जिज्ञासाएं रखी।
सीवरेज सिस्टम पर कार्यशाला के दौरान शहर विधायक चेतन्य काश्यप ने आम जन की जिज्ञासाओं को लेकर सवाल पुछे और अपनी बात भी रखी। सीवरेज सिस्टम को लेकर प्रमुख रुप से यह सवाल उठ रहा है कि घरों में कनेक्शन किस तरह होगें और इसका खर्चा कौन उठाएगा। विधायक के इस सवाल पर कंपनी अधिकारियों ने कहा कि 20 फीट तक हाउस कनेक्शन की कास्ट टेंडर में इन बिल्ट है। याने घर में 20 फीट तक पाइप डलता है तो कनेक्शन के लिए कंपनी कोई शुल्क नहीं लेगी और यदि उससे ज्यादा पाइप लगता है तो उसका शुल्क कंपनी उपभोक्ताओं से वसुल करेगी। इस पर शहर विधायक चेतन्य काश्यप ने कहा कि इस पर पुन: विचार होना चाहिए। इस तरह शुल्क लेने पर समस्या खड़ी हो सकती है। उन्होने इस मामले में उच्च स्तर पर भी बात करने की बात कही।
दुसरा प्रुमख  सवाल यह रहा कि सीवरेज सीस्टम की पाइप लाइन घरों के आगे डलेगी या पीछे। इस पर कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि वे कोई झुठा कंमीटमेटं नहीं करना चाहते है। अधिकांश जगह घरों के आगे ही पाइप लाइन डलेगी। इस पर शहर विधायक ने कहा कि जहां घरों के पीछे 8 से 10 फीट तक की जगह है और पाइप लाइन डालने की संभावना हो वहां घरों के पीछे पाइप लाइन लाइन डाली जाए। एक और प्रमुख सवाल जो शहर में चर्चा का विषय बना हुआ था, वह छोटे 135 एमएम के पाइप डालने को लेकर था, इस पर शहर विधायक ने सवाल पुछा, जिस पर कंपनी के अधिकारियों और इंजिनियरों ने आवश्यकतानुसार मानक स्तर के ही पाइल डालने की जानकारी दी। शहर विधायक ने खुदाई के बाद सड़क निर्माण को लेकर भी सवाल पुछा, जिस पर कहा गया कि खुदाई के बाद बारिश होने पर मिटट्ी दबती है, इसलिए सड़क निर्माण में 45 दिन तक का समय लगेगा। ऐसे मेंं बारिश में शहर के नागरिकों को खुदी हुर्ई सड़क और कीचड़ से परेशानी हो सकती है।

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