विधायकों के सुझावों पर होगा प्राथमिकता से अमल
सिंचाई के वार्षिक लक्ष्य में सफलता
जल संसाधन विभाग की विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक
भोपाल,05 दिसंबर (इ खबरटुडे)। प्रदेश में खरीफ सिंचाई 2016-17 में प्रदेश के प्रमुख आठ कछार क्षेत्र में 2.53 लाख हेक्टेयर तथा रबी सिंचाई में 27.03 लाख हेक्टेयर इस तरह कुल लगभग 30 लाख क्षेत्र में सिंचाई के लक्ष्य पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। वर्ष में एक लाख तीस हजार हेक्टेयर में सिंचाई क्षमता बढ़ाने के लक्ष्य की पूर्ति में भी अच्छी सफलता मिली है।
नवम्बर माह तक इस वार्षिक लक्ष्य का करीब एक लाख हेक्टेयर सिंचित क्षेत्र बढ़ाया जा चुका है। यह जानकारी आज यहाँ जल संसाधन, जनसंपर्क तथा संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा की अध्यक्षता में आज सम्पन्न विभागीय परामर्शदात्री की समिति की बैठक में दी गई।
मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने आज की बैठक में उपस्थित विधायक रामनिवास रावत, प्रताप सिंह, कुंवर हजारीलाल दांगी और कल सिंह भावर द्वारा प्रस्तुत सुझावों पर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए। विधायकों द्वारा अपने निर्वाचन क्षेत्रों में किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए विभिन्न सुझाव दिए। इनमें जलाशय मरम्मत, नहरों में आवश्यक सुधार और नये सिंचाई साधन प्रारंभ किए जाने के सुझाव शामिल हैं।
बैठक में जानकारी दी गई कि रबी सिंचाई के लिए यमुना कछार, ग्वालियर में चार लाख 86 हजार, होशंगाबाद जल संसाधन संभाग में चार लाख 27 हजार, नर्मदा ताप्ती कछार, इंदौर में चार लाख 13 हजार, चंबल-बेतवा, कछार में तीन लाख 51 हजार, राजघाट नहर परियोजना, दतिया में दो लाख 84 हजार, गंगा कछार, रीवा में दो लाख 73 हजार , धसान-केन कछार, सागर में दो लाख 45 हजार और वैनगंगा कछार, सिवनी में दो लाख 22 हजार क्षेत्र में सिंचाई की लक्ष्य पूर्ति की जा रही है। प्रदेश में 9.82 लाख हेक्टेयर में सिंचाई क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से आठ परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। प्रदेश में 500 लघु परियोजनाओं और 21 नवीन वृहद और मध्यम परियोजनाओं को शीघ्र अमल में लाया जाएगा। केन-बेतवा लिंक परियोजना से साढे पांच लाख हेक्टेयर की सिंचाई क्षमता विकसित हो रही है।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने पुरानी योजनाओं के कायाकल्प, सिंचाई प्रबंधन मे कृषकों की भागीदारी, बाढ़ नियंत्रण योजनाओं के क्रियान्वयन और जल से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर अन्य विभागों को सहयोग देने के संबंध में भी अधिकारियों से चर्चा की। बैठक में प्रमुख सचिव जल संसाधन पंकज अग्रवाल, प्रमुख अभियंता एम.जी.चौबे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।