विधानसभा निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार नामांकन प्रक्रिया शुक्रवार 2 नवम्बर से प्रारम्भ
मतदान प्रक्रिया का संचालन पीठासीन अधिकारी पर निर्भर
रतलाम,26 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। विधानसभा निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार नामांकन प्रक्रिया प्रारम्भ करने की तिथि शुक्रवार 2 नवम्बर है। नामांकन की अन्तिम तिथि शुक्रवार 9 नवम्बर और सोमवार 12 नवम्बर को नामांकन पत्रों की जांच की जायेगी। अभ्यर्थियों से नाम वापसी के लिये बुधवार 14 नवम्बर की तिथि तय की गई है। मतदान बुधवार 28 नवम्बर को होगा और मंगलवार 11 दिसम्बर को मतगणना होगी। निर्वाचन की प्रक्रिया पूर्ण करने में पीठासीन अधिकारियों के कर्तव्य महत्वपूर्ण हैं।
पीठासीन अधिकारी मतदान प्रक्रिया का संचालन त्रुटिरहित, निष्पक्ष, तटस्थ एवं स्वतंत्र करवाना होता है। केन्द्र का प्रभारी एवं निर्वाचन संचालन दल का मुखिया होता है। सामग्री प्राप्त करने से लेकर सामग्री जमा करने हेतु उत्तरदायी होता है। मतदान केन्द्र में मतदान अधिकारी 3 होते हैं। मतदान अधिकारी क्रमांक-1 के दायित्व हैं- निर्वाचक की पहचान सुनिश्चित करना, चिन्हित प्रति का प्रभारी होना और निर्वाचक नामावली में चिन्हांकन करना। मतदान अधिकारी क्रमांक-2 अमिट स्याही के प्रभारी होते हैं।
इनका कार्य मतदाता के बांये हाथ की तर्जनी पर अमिट स्याही लगाना, प्रॉक्सी वोटर के बांये हाथ की मध्यमा में अमिट स्याही लगाना और मतदाता रजिस्टर में प्रविष्टि आदि करना होता है। इसी तरह मतदान अधिकारी क्रमांक-3 कंट्रोल यूनिट का प्रभारी होता है। साथ ही मतदाता को जारी मतदान पर्ची जो मतदान अधिकारी क्रमांक-2 द्वारा दी गई है, वह मतदाता से प्राप्त कर क्रमानुसार मतदाता को बैलेट जारी करना है। इनके पास प्राप्त मतदान पर्ची को क्रमानुसार रखना, मतदाता को मतदान कक्ष में जाने एवं मत अंकित करने की अनुमति देने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है।