महंगाई फीकी करेगी राखी की मिठास
राखी के बढे हुए भावों ने बहनों को किया उदास
रतलाम,3 अगस्त (इ खबरटुडे)। भाई और बहन का रक्षाबंधन पर्व नजदीक आ गया है। बहनों ने राखी की तैयारियां तो शुरु कर दी है लेकिन कमरतोड़ महंगाई के चलते राखी की मिठास फीकी नजर आ रही है। मध्यम और निर्धन वर्ग के लिये तो अब त्योहार रस्म अदायगी बनकर रह गये हैं। बाजार में नजर दौड़ाई जाए तो मिठाई, कपड़े और राखी, नारियल तथा अन्य उपयोगी सामग्री सब महंगाई की चपेट में आ गये हैं।
राखी की मिठास को महंगाई ने पूरी तरह कड़वा कर दिया है। राखी की वैरायटी तो बाजार में एक से बढ़कर एक आ गई है लेकिन उसे भाव सुनकर बहनों के चेहरे लटक रहे हैं। राखी करीब 20-25 प्रतिशत महंगी हो गई है। सबसे कम दाम की राखी 5 रु. की और अधिकतम 200 रु. की राखी बाजार में उपलब्ध है। चांदी पालिश की राखियां 40 रु. रु. नग से 200 रु. नग मिल रही है। वर्तमान में स्टोन राखी का चलन सबसे अधिक हो गया है जो 10 रु. से 100 रु. में मिल रही है। इसी तरह फैंसी राखी 5 रु. से 200 रु. में मिल रही है। चायना की राखी भी इसी प्रकार की कीमत में उपलब्ध है। राखी के फुंदे 6 रु. दर्जन से 100 रु. दर्जन में राहत दे सकते हैं।
राखी की स्पेशल मिठाई घेवर-फैनी का स्वाद भी फीका नजर आ रहा है। शुध्द घी की मिठाई तो आम आदमी की पहुँच से बाहर हो गई है। वनस्पति घी की फीकी फैनी 150 रु. में मिल रही है, वहीं मीठी फैनी 140 रु. किलो। शुध्द घी की फैनी 350 रु. किलो से 400 रु. किलो में बाजार में बिक रही है। वनस्पति घी के फीके घेवर छोटे वाले 280 रु. किलो और बड़े वाले 280 रु. किलो में मिल रहे हैं। मीठे घेवर छोटे 260 रु. प्रतिकिलो और बड़े 180 रु. किलो। इसी प्रकार शुध्द घी के घेवर 400 से 500 रु. की रिकार्ड तोड़ महंगाई पर हैं। नारियल की तीन वैरायटी मिल रही है लेकिन अधिकतर व्यापारी 15 रु. वाला नारियल ही बेच रहे हैं जबकि नारियल 10, 12 और 15 रु. में मिलना चाहिए।