मनुष्य जन्म सब की सेवा के लिए मिला है -श्री गोपालदास महाराज
त्रिवेणी तट पर 63 वां महारूद्र यज्ञ प्रारंभ होने के अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए
रतलाम ,20 दिसम्बर(इ खबरटुडे)। मनुष्य जन्म सब की सेवा के लिए मिला है। जड़, चेतन जो मनुष्य के जीवन में आता है, उन सबका पुजारी हे मनुष्य। सबकी सेवा करने वाला मनुष्य है। मनुष्य देवताओं, जड़, चेतन को तृप्त करता है। इसलिए इस धर्म की संज्ञा है सनातन। हमने सब की सेवा की है, सबका वंदन किया है, सब के साथ मिलकर जीना इसलिए आया है, यह इसी धर्म की व्याख्या है।
उक्त विचार महन्त श्री गोपालदास महाराज (बड़ा रामद्वारा) ने मंगलवार को त्रिवेणी तट पर 63 वां महारूद्र यज्ञ प्रारंभ होने के अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहे। त्रिवेणी तट पर मंगलवार सुबह 10 बजे ध्वजारोहण के साथ ही 63 वें महारूद्र यज्ञ का प्रारंभ हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित एएसपी डा.प्रशांत चौबे ने कहा कि हिन्दूस्तान सनातन धर्म की संस्कृति है। दुनियां में जितनी भी संस्कृतियां हुई है। उन सभी के विद्वानजनों ने शोध किया और इस नतीजे पर पहुंचे है कि सनातन धर्म की संस्कृति उच्च है। सनातन धर्म की संस्कृति के पीछे शेष सभी संस्कृतियां एक चौथाई है। उन्होंने कहा की यज्ञ में जो आहुतियां होती है वह मेघ को तृप्त करती है। मेघ तृप्त होने से पुरा पर्यावरण स्वच्छ हो जाता है और पर्यावरण स्वच्छ होने से हमारी चेतना में भगवान की कृपा होती है। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित निगमाध्यक्ष अशोक पोरवाल ने कहा कि सनातन का मतलब होता है बहुत पुराना। अनादिकाल से सनातन धर्म एक वैज्ञानिक पद्धïति से जीना सिखाता आ रहा है। हम किसी धर्म या संत की बात करे तो यह सभी सनातन धर्म से निकले हुए पंत है।
आज ही के दिन हुई थी स्थापना
20 दिसंबर 1954 को ही त्रिवेणी तट पर महारूद्र यज्ञ की स्थापना हुई थी। तभी से सतत यहां पर प्रतिवर्ष श्री सनातन धर्मसभा एवं महारूद्र समिति द्वारा महारूद्र यज्ञ आयोजित किया जा रहा है। कई वर्षो बाद आज फिर यह संयोग बना है कि 20 दिसंबर से महारूद्र यज्ञ प्रारंभ हो रहा है। मंगलवार को हुए कार्यक्रम में सभी ने इस दिन को दोहराते हुए प्रसन्नता व्यक्त की।
इन्होंने किया स्वागत
महारुद्र यज्ञ के मुख्य यजमान हरीशचंद्र एवं प्रेमादेवी सोलीवाल ने महन्त श्री गोपालदास महाराज के चरण स्पर्श कर उनसे आर्शीवाद लेकर उनका स्वागत किया। कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का स्वागत समिति के अध्यक्ष कोमलसिंह राठौर, उपाध्यक्ष राजेश दवे,लालचंद टाक, गोपाल जवेरी, महामंत्री नवनीत सोनी, सदस्य गोपाल माली, सूरजमल टाक, बद्रीलाल पाटीदार, सुरेन्द्र बसंतीलाल सोलीवाल,प्रकाशचंद सोलीवाल, विजयकुमार मोहनलाल अग्रोया, राधेश्याम खण्डेलवाल, हर्ष दुबे, मनोहर पोरवाल मुकेश जोशी, राजू केलवा आदि ने किया। कार्यक्रम का संचालन पुष्पेन्द्र जोशी ने किया एवं आभार लालचंद टाक ने माना।