November 15, 2024

दो दिन की मासुम का शव और दो बार पोस्टमार्टम

उज्जैन 21 दिसम्बर(इ खबरटुडे)।  बेरहम पिता ने लडकी के रूप में तीसरी संतान के जन्म पर उसे मौत के घाट उतार दिया । म्रत मासुम को न्याय के लिए कानून की कवायद शुरू हुई और दो दिन की मासुम के शव का दुसरी बार पोस्टमार्टम करवाया गया है। उज्जैन नीलगंगा थाना पुलिस ने एक तीन दिन की बच्ची के शव को बुधवार को गड्डे  से निकाल कर दूसरी बार पोस्ट मार्टम करवाया है | बच्ची की हत्या उसी के पिता ने की थी | पुलिस ने डीएनए टेस्ट के लिए दुसरी बार पोस्टमार्टम करवाया है मासुम का पिता जेल में है।
उज्जैन के नीलगंगा थाना स्थित  लालपुल के पास 13 दिसम्बर को शिप्रा नदी में एक नवजात की लाश मिलने की सुचना नीलगंगा थाना पुलिस को मिली थी । 2 दिन की बच्ची की लाश मिलने पर पुलिस ने मार्ग कायम कर बच्ची का पोस्ट मार्टम कराया और शव को शमशान में दफना दिया गया  था | मामले की पड़ताल करने कर पुलिस ने दो दिन की बच्ची के माँ बाप का पता लगाना शुरू किया तो अस्पतालों से मिली जानकारी के अनुसार 10 -11 दिसम्बर को जन्में बच्चों में उज्जैन के चिमनगंज थाना के गाँधी नगर के एक परिवार के घर बच्ची ने जन्म लिया था | पुलिस ने गाँधी नगर के परिवार से जब जानकारी जुटाई तो पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी | पुलिस को पता चला गाँधीनगर के शराफत और यासीन के घर पहले से दो बच्चिया है और तीसरी बच्ची के जन्म लेने से शराफत आक्रोशित था | परिवार में विवाद हो गया था | आक्रोश में शराफत ने बच्ची को पत्नी से छीना और  लालपुल जाकर शिप्रा नदी में फेक दिया था | पुलिस ने शराफत को तत्काल गिरफ्तार कर लिया ,पूछताछ के बाद उसे न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया | मामले में पुलिस को साक्ष्य के लिए जरुरत पडने पर एक बार फिर से मासुम के शव को श्मशान से निकालकर लाया गया । पुलिस ने तहसीलदार की मोजुदगी में पंचनामा बना कर बच्ची के शव को गड्डे से निकाल कर दूसरी बार बुधवार को पोस्ट मार्टम के लिए मासुम के शव को जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम कक्ष में पहुंचाया है ।| पुलिस ने ये कदम बच्ची के डीएनए टेस्ट के लिए उठाया है |

पत्नी की गोद से छिनकर ले गया था शराफत

पुलिस सुत्रों के अनुसार वेल्डिंग का काम करने वाले शराफत और यासीन निवासी गांधीनगर के घर पूर्व से दो संतान 10 एवं 12 वर्ष की लडकियां हैं। चरक अस्पताल में यासीन को 10 दिसंबर को तीसरी संतान भी लडकी हुई ।यासीन अस्पताल से 12 दिसंबर को अस्पताल से छुटटी मिलने पर घर पहुंची थी । तीसरी लडकी होने पर शराफत का गुस्सा फूटा और वह पत्नी की गोद से मासूम को छीनकर ले गया । विरोध करने पर उसने पत्नी को भी जान से मारने की धमकी दी थी ।

पी एम रिपोर्ट से खुले तथ्य

नीलगंगा थाना क्षेत्र के लालपुल के नीचे शिप्रा नदी से 13 दिसंबर को पुलिस ने मासुम बच्ची का शव बरामद किया था । शव को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने जिला अस्पताल भेजा था । जिला अस्पताल के वरिष्ठ डाक्टर वी बी पुरोहित ने पोस्टमार्टम किया । उन्होने रिपोर्ट में मासूम की मौत पानी मे डूबने से होना बताया । नीलगंगा थाने के उपनिरीक्षक के एस गेहलोत ने जांच करते हुए मासुम के माता पिता को ढूंढ निकाल और उसके बाद जो कहानी खुली वो सरकार की बेटी बचाओ अभियान को ही हासिए पर लाकर खडा कर रही है। जांचकर्ता श्री गेहलोत के अनुसार शराफत ने हिरासत मे पूछताछ के दौरान दो दिन की मासूम को नदी में फेंकना कबूला है। डीएनए टेस्ट के लिए शव को निकलवाया है।

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पुलिस को शराफत ने परेशान होने  के कारण ऐसा करना बताया था। पत्नी के साथ तत्कालीक झगडे के बाद उसने यह कदम उठाना स्वीकार किया था । मां बाप के डीएनए से मैच के लिए पोस्टमार्टम करवाया है।

– ओ पी अहीर …थाना प्रभारी  थाना नीलगंगा

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