तीन दिन में एक भ्ाी नहीं हुई लूट की वारदात
रतलाम 12 नवम्बर(इ खबरटुडे)। देशभर में नोटबंदी के कई तरह के साइड इफेक्ट सामने आ रहे है। इन्हीं में से एक यह भी है बड़े शहर में पिछले तीन दिन में लूट की एक भी वारदात नहीं हुई है। चोरियां तो हुई, लेकिन इनमें गहने और सामान ही चुराए गए। इन चोरियां का आंकड़ा भी काफी कम रहा। हालांकि जैसे-जैसे नए नोट प्रचलन में आएंगे, घटनाएं फिर बढ़ सकती हैं।
शादियों पर जबर्दस्त असर
नोटबंदी ने देवोत्थान एकादशी पर होने वाली शादियों पर जबर्दस्त असर डाला। शुक्रवार रात काफी शादियां थी, लेकिन इनमें से ज्यादातर की चमक फीकी पड़ गई थी। बाहर जाने वाली बारातों में लोग पहुंचे ही नहीं। यहां हुई शाादियों में भी लोग उम्मीद के मुताबिक काफी कम पहुंचे। शादियां रद्द तो नहीं हुई, लेकिन रिसेप्शन काफी संख्या में कैंसिल हो गए और बहुत सादगी से शादियां हुई।
कार्रवाई का असर मंदिरों के चढ़ावे पर भी पड़ रहा है
कालेधन के खिलाफ सरकार की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई का असर मंदिरों के चढ़ावे पर भी पड़ रहा है। 500 और 1000 के नोट बंद होने की खबर फैलते ही मंदिरों में चढ़ावा अचानक बढ़ गया है। ऐसे में अब महाराष्ट्र के आठ जिलों में मंदिरों की दानपेटियां सील कर दी गई हैं। साथ ही लोगों से अपील की गई है कि वे रद्दी हो चुके 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट न चढ़ाएं। इससे पहले खबर आई थी कि कई लोग पंडितो और पुजारियों के पास पहुंच रहे हैं और उन्हें लालच देकर अपने काले धन को सफेद करने की फिराक में हैं।