छात्रा ने रची बच्ची के अपहरण की साजिश, भाई और बहन ने की मदद –
इंदौर,26 दिसम्बर (इ खबरटुडे)।हीरानगर से अपहृत हुई बच्ची सकुशल भोपाल से मिल गई। उसे अपहरण करने वाला उसी की परिचित लड़की और उसका परिवार था जिस पर वह अपना मानती थी। षड़यंत्र रचने वाली छात्रा है। पूरी वारदात को अंजाम देने में बीफार्मा कर रहा उसका भाई और छोटी बहन ने मदद की।
बच्चों के साथ उसकी मां भी इसमें शामिल थी। चारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जांच में पता चला कि इस पूरे षड़यंत्र के पीछे एक ऐसे शख्स को फंसाना था जिसके कारण आरोपी छात्र-छात्रा के पिता गायब हुए है। दरअसल, आरोपियों का पिता नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों स्र्पए हड़पकर भागा है। बच्चे चाहते थे कि जिसके दबाव के कारण पिता गायब हुए है। अपहरण का दोष उस पर मढ़ कर उसे केस में फंसा दिया जाए।
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों का नाम आरती उर्फ रानी पिता देशराज सेन (22), रानी की का भाई विजय उर्फ गोलू (20), बहन सपना (19) और मां मुन्नीबाई (45) निवासी स्कीम 114 है। यह मूलत: गेहराव गांव जिला ललितपुर (यूपी)के रहने वाले है।
इन्होंने 24 दिसंबर की दोपहर को स्वास्थ्य नगर की 8 बरस की पायल सोलंकी का अपहरण किया था। रानी का पायल के परिवार से अच्छे संबंध है। दोनों परिवार एक-दूसरे को जानता है। जांच में पता चला कि जब पायल घर के पास खेल रही थी तो रानी ने उसे बरगलाकर अपने साथ ऑटो में बैठाकर ले गई। उसके बाद वह बस से देवास पहुंची। देवास में उसका भाई विजय बाइक लेकर खड़ा था। तीनांे बाइक से भोपाल पहुंचे।
वहां कमला पार्क कॉलोनी में किराए से एक कमरा लिया। पायल को वहीं स्र्कवाया। मकान मालकिन से आरोपियों ने कहा कि बच्ची उनकी छोटी बहन है। इसे हम यहीं छोड़कर कुछ काम के लिए बाहर जा रहे है। आप ध्यान रखना। इधर, जब देर तक पायल नहीं मिली तो परिजन हीरानगर थाने पहुंचे।
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे और कॉलोनी में पूछताछ शुरू की। तब एक युवक से पता चला कि पायल को एक लड़की उठाकर ले गई है। सीसीटीवी कैमरे देखे तो पता चला कि आरती उसे ले जाते दिखी। शक के आधार पर पुलिस जब उसके घर पहुंची तो पूरा परिवार गायब था।रानी की मोबाइल लोकेशन देवास, सोनकच्छ, भोपाल और सागर की मिली। पुलिस की टीम ने सभी जगह छापे मारे उसके बाद आरोपियों को पकड़ने के बाद पायल को बरामद किया। पुलिस टीम देर रात 12 बजे करीब पायल और आरोपियों को भोपाल से शहर लेकर आए।