खरमोर पक्षी रतलाम की शान बना रहेगा और किसानों की समस्याओं का निदान भी होगा – कलेक्टर
मुख्यमंत्री का समस्या से अवगत करायेगे – अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ. श्रीवास्तव
किसानों एवं प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त बैठक सैलाना में आयोजित
रतलाम 29 अगस्त(इ खबरटुडे)। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी डॉ. पंकज श्रीवास्तव, जनप्रतिनिधियों, कृषकों और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के मध्य आज सैलाना में खरमोर अभ्यारण्य में खरमोर पक्षीयांें के संरक्षण के सभी आवश्यक इंतजाम किये जाने के साथ ही कृषकों को भी किसी भी प्रकार का नुकसान न हो इस हेतु एक संयुक्त परिचर्चा सैलाना में आयोजित हुई।
बैठक में सभी पक्षों के द्वारा अपनी ओर से किये जा रहे प्रयासों और उसमें आ रही व्यवधानों और दिक्कतों के बारे में खुलकर अपने विचार व्यक्त किये गये। बैठक में सर्व सम्मति व्यक्त की गई कि खरमोर अभ्यारण्य सैलाना न केवल रतलाम बल्कि मध्यप्रदेश के लिये भी एक विशिष्ट स्थान रखता है। इसलिये इस गौरव को बनाये रखने के लिये सभी पक्ष अपनी तरफ से शतप्रतिशत देगे और आने वाली सभी समस्याओं का निदान किया जायेगा। किसानों के पक्ष को मजबूती से रखा जाकर उनकी हर समस्या का निराकरण किया जायेगा ताकि उनकी आजीविका पर किसी भी प्रकार का संकट उत्पन्न न हो। परिचर्चा में सैलाना विधायक श्रीमती संगीता चारेल ने कहा कि किसानों की समस्याओं के विषय में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को अवगत कराकर समस्याओं का निराकरण किया जायेगा। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी डॉ. पंकज श्रीवास्तव ने परिचर्चा में आश्वस्त किया कि वे भी प्रदेश के मुखिया को अभ्यारण्य और इससे जुड़ी हुई किसानों की समस्याओं के लिये अवगत करायेगे। जिला वन मण्डलाधिकारी क्षितिज कुमार ने कहा कि किसानों की समस्याओं के विषय के निराकरण के लिये बाम्बे नेचरल हिस्ट्री सोसायटी के वैज्ञानिकों से चर्चा की जायेगी। इल्लीयों की समस्याओं से बचने के लिये अन्य फसलों को लगाना एक विकल्प हो सकता है। इस समय में सरकार द्वारा जैविक खेती को प्रोत्साहन दिये जाने संबंधी प्रयास भी किये जा रहे है। पर्यावरणविद डॉ. खुशालसिंह ने कहा कि 14 जून 1983 को अधिसूचना जारी होने के बाद प्रशंसनीय हैं कि पहली बार जिला प्रशासन द्वारा किसानों की समस्याओं को सीधे सुना जा रहा है। उन्होने कहा कि इस दिशा में सरकार को पुर्नवास नीति बनानी चाहिए। जिसमें किसानों के प्रतिनिधियों के साथ सरकार के प्रतिनिधियों को भी सम्मिलित करना चाहिए।
कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर मामले में किसानों एवं अधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित करते हुए सभी को इस बात पर सहमत कराने में सफल रहे कि खरमोर अभ्यारण्य रतलाम जिले की विशिष्ठ पहचान हैं और इसको बनाये रखने में सभी मिलजूल कर अपना हर सम्भव सहयोग देगे साथ ही किसानों की समस्याओं का निराकरण भी हर सम्भव तरीके से करने के सभी आवश्यक प्रयास किये जायेगे।
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि परिचर्चा का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी खेती का पुरा लाभ मिल सकें इस बाबत समस्त सम्भावनाओं की पड़ताल कर उसको धरातल पर लाना है। उन्होने कहा कि किसानों को उनकी मूल भूमि से नहीं हटाया जायेगा बल्कि उनको खेती, किसानी के पर्याप्त अवसर प्रदान किये जाने के साथ ही खरमोर के संरक्षण के लिये भी आवश्यक व्यवस्थाऐं सुनिश्चित की जायेगी। कलेक्टर ने कहा कि किसानों की समस्या के निराकरण के लिये एकीकृत परियोजना बनायी जायेगी। जिसमें कृषि वैज्ञानिकों को भी सम्मिलित किया जायेगा और जन सामान्य के साथ मिलजूल कर समस्याओं का निराकरण किया जायेगा। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने कहा कि इस संबंध में नीतिगत मामलों का अध्ययन कर जो अधिकार किसानों को दिये जा सकते है। उसके विषय में बेहतर प्रयास किये जायेगे। यदि जन सामान्य अपने स्तर से योजना बनाकर प्रशासन को उपलब्ध कराते हैं तो यह स्वागत योग्य होगा। समस्या के निराकरण के लिये बाम्बे नेचरल हिस्ट्री सोसायटी के दल को वही रहकर समस्या का पूरा अध्ययन कर विकल्प प्रस्तुत करने हेतु कहां। बैठक में सैलाना नगर पालिका अध्यक्ष जगदीश पाटीदार, उज्जैन वृत वन संरक्षक वन्य प्राणी डॉ. अन्नगिरी, एसडीएम आर.पी.वर्मा एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।