अमेरिका भी उलझने से पहले दो बार सोचेगा, भारत क्या चीज-चीन
बीजिंग,23 दिसम्बर(इ खबरटुडे)। चीन की आधिकारिक मीडिया ने भारत को दलाई लामा कार्ड प्रयोग करने पर चेतावनी दी है। चीन ने कहा है कि भारत एक बिगड़ बच्चे की तरह बर्ताव कर रहा है। मीडिया की मानें तो नए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब चीन की ‘वन चाइना’ पॉलिसी को जब चैलेंज किया तो चीन ने कैसे उसका सामना किया, भारत उससे सबक ले। चीन के सरकारी न्यूजपेपर ग्लोबल टाइम्स में लिखा है, ‘कभी-कभी भारत एक बिगड़े हुए बच्चे की तरह बर्ताव करता है, उसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र होने का घमंड है। इस वजह से वह अपना विवेक खो देता है।’
इस आर्टिकल में आगे लिखा है, ‘भारत के पास एक महान देश बनने की पूरी संभावनाएं हैं लेकिन देश का नजरिया काफी छोटा है।’आर्टिकल के मुताबिक, ‘जब ट्रंप ने ताइवान की राष्ट्रपति को फोन किया तो हाल ही में बीजिंग और ट्रंप के बीच हुई बातचीत से भारत को कुछ सबक सीखना होगा।’
ट्रंप को आ गई होगी अक्ल
ग्लोबल टाइम्स की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि जब चीन की इसके मूल हितों की रक्षा करने वाली दृढ़ इच्छा को परखने के बाद ट्रंप को चीन के औपचारिक लेकिन सधे हुए विरोध का सामना करना पड़ा। ट्रंप को समझ में आ गया होगा कि राष्ट्रीय एकता और संप्रभुता को कोई छू नहीं सकता है। हालांकि आर्टिकल में उन तरीकों का जिक्र नहीं किया गया जिसके जरिए चीन ने ताइवान की राष्ट्रपति को की गई ट्रंप की कॉल का विरोध जताया हो और चीन की ‘वन चाइना’ पॉलिसी पर सवाल उठाया।
दो बार सोचेगा अमेरिका
हाल ही में एक ड्रोन को चीन ने जब्त कर लिया था। इस घटना को चीन की उन तैयारियों को मद्देनजर देखा गया जिसके तहत चीन अगले माह से ऑफिस संभाल रहे डोनाल्ड ट्रंप से निबटने की तैयारियां कर रहा हो। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक चीन के साथ उलझने से पहले अमेरिका भी दो बार सोचेगा ऐसे में भारत भला कैसे चीन से उलझने का सिरदर्द ले सकता है।
मंगोलिया की मदद पर खफा चीन
भारत ने मंगोलिया एक बिलियन डॉलर की मदद देने का ऐलान किया है। पिछले माह तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा मंगोलिया गए थे और इस विरोध के तहत ही चीन ने मंगोलिया को आर्थिक मदद रोक दी है। इस घटना के बाद भारत में मंगोलिया के राजदूत ने भारत से मदद की मांगी थी। मंगोलिया की सरकार ने ऐलान कर दिया है कि वह कभी भी अब दलाई लामा को इनवाइट नहीं करेंगे।
दलाई लामा से आपत्ति
चीन ने इस बात का भी विरोध जताया था कि चीन के विरोध के बाद भी भारत ने दलाई लामा को एक कार्यक्रम में इनवाइट क्यों किया। पिछले दिनों दलाई लामा एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे और यहां पर उन्होंने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की थी। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक मुद्दा यह है कि भारत को दलाई लामा के मुद्दे को कैसे संभाला जाए, यह सीखना होगा।