अटका ऑन लाइन, वेंडरों के पास स्टाम्प का टोटा
सैकड़ों रजिस्ट्रियां अटकी, 28 जुलाई के चालान वालों को नहीं मिले स्टाम्प
उज्जैन 7 अगस्त(इ खबरटुडे)। ऑन लाइन से रजिस्ट्री तो ठीक अभी इसमें समय है। स्टाम्प की रजिस्ट्रियां भी इस समय अटकी पड़ी है। स्टाम्प का टोटा होने के कारण वेण्डर रजिस्ट्रियों के पंजीयन का काम नहीं करवा पा रहे हैं। जिला कोषालय से स्टाम्प नहीं मिलने के कारण यह स्थिति बनी हुई है। पिछले 7 दिनों में सैकड़ों रजिस्ट्रियां इस कारण से अटकी पड़ी है। इस समस्या निदान के लिये जब स्टाम्प वेंडर रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचे तो कोषालय अधिकारी का जवाब सुन वे हैरान रह गये।
पिछले एक सप्ताह से रजिस्ट्री करवाने वाले उपभोक्ता चक्कर काट रहे हैं। इसके पीछे मुख्य कारण यह सामने आ रहा है कि पर्याप्त मात्रा में और निर्धारित रुपयों के स्टाम्प उन्हें उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। स्टाम्प वेंडर उन्हें स्टाम्प नहीं होने का हवाला दे रहे हैं। स्टाम्प वेंडरों से इस संबंध में जानकारी लेने पर उनका कहना है कि उन्हें जिला कोषालय से चालान जमा करने के बावजूद अब तक स्टाम्प उपलब्ध नहीं करवाये गये। ऐसी स्थिति में वे स्टाम्प का विक्रय कैसे कर पायेंगे? वेंडरों के मुताबिक 28 जुलाई को जिन्होंने चालान जमा किये थे, उनका स्टाम्प आज दिनांक तक कोषालय से नहीं मिले हैं। इसी कारण से सैकड़ों क्रेता-विक्रेता परेशान हो रहे हैं। क्रेता बार-बार रजिस्ट्री के लिये कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। स्टाम्प की आपूर्ति नहीं होने के कारण वेंडरों का भी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
सन्न रह गये वेंडर
बुधवार को स्टाम्प विक्रेता और रजिस्ट्री के सलाहकार अभिभाषक समस्या लेकर रजिस्ट्रार कार्यालय में जिला पंजीयक के पास पहुंचे थे। उन्होंने पंजीयनकर्ताओं की समस्या को सामने रखते हुए स्टाम्प की कमी के संबंध में चर्चा की थी। वेंडरों के मुताबिक समस्या जानने के बाद जिला पंजीयक ने इसके हल के लिये कोषालय के अधिकारी को टेलीफोन लगाकर चर्चा की थी। दूसरी ओर से जिला पंजीयक को ऐसा जवाब मिला कि जिसे सुनने के बाद वे चुपचाप हो गये और जवाब जानने के बाद वेंडर भी सन्न रह गये।
शाम को सभी स्टाम्प जारी किये गये
जिला कोषालय अधिकारी ने इस संबंध में बताया कि हमारी ओर से पूर्व से ही निर्देश हैं कि माह की 25 तारीख के बाद चालान न डाले जायें। इसके बावजूद अगर अत्यावश्यक होने पर चालान डाले जाते हैं तो बैंक की कंठाल शाखा में चालान डाले जायें, जिससे कि व्यवस्थित रुप से हमें प्राप्त हो जायें। ऐसा नहीं करते हुए कुछ वेंडरों ने अन्य बैंकों में चालान डाल दिये, जो कि हमें नहीं मिले थे। बुधवार शाम को सभी चालानों पर कार्रवाई करते हुए स्टाम्प जारी कर दिये गये हैं।