अंगूर की खेती के बाद अब जामफल भी बनेगा तितरी की पहचान
ऑपरेशन प्राणवायु में पॉच सौं 19 जामफल लगे
रतलाम 23 अगस्त (इ खबरटुडे)।प्राणवायु अभियान अंतर्गत पूरे जिले में उत्कृष्ट गुणवत्ता के पौधे निरंतर लगाये जा रहे है जो कि जिले में हरियाली का शीघ्र ही पर्याया बनेगें। अंगूर की खेती के लिये विख्यात ग्राम तितरी बहुत जल्द उत्कृष्ट गुणवत्ता के जामफल के लिये भी जाना जायेगा। ऑपरेशन प्राणवायु में वृक्षारोपण अंतर्गत तितरी ग्राम पंचायत में पॉच सौ 19 पौधे जामफल के लगाये गये है। इसके अतिरिक्त तीन सौ 90 पौधे नीम के भी उत्साहपूर्वक लगाये गये है।
ग्राम पंचायत के निवासियों ने कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर द्वारा पौध रोपण के लिये चलाये जा रहे अभिनव अभियान को गति प्रदान करते हुए सरपंच समरथलाल पटेल, सचिव हंसराज चौधरी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में प्राथमिक शाला भवन, माध्यमिक शाला भवन, आंगनवाड़ी भवन, शांतिधाम, रतलाम-झाबुआ रोड़ के दोनों किनारों पर पौध रोपण का कार्य उत्साहपूर्वक किया है। इसके अतिरिक्त ग्राम के गोपाल बद्रीलाल और रामलाल नानुराम ने भी कलेक्टर की पहल का स्वागत करते हुए अपने खेतों में नंदनफलोद्यान लगाने का निर्णय लिया और 250-250 पौधे जामफल के लगाये है।
माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापक अनिता पंड्या ने बताया कि ऑपरेशन प्राणवायु में पौध रोपण में विद्यार्थियों द्वारा भी अत्याधिक उत्साह दिखाते हुए शासकीय परिसर में लगाये गये पौधों को संरक्षित करने के लिये खुद जिम्मेदारी ली है। उन्होने बताया कि प्राथमिक शाला भवन एवं माध्यमिक शाला भवन में दस पौधे जामफल के लगाये गये है। सरपंच ने बताया कि आंगनवाड़ी भवन परीसर में नौ पौधे जामफल के लगाये गये हैं, शांतिधाम पर अस्सी पौधे नीम के लगाये गये हैं और रतलाम-झाबुआ की 1.85 किलोमीटर की सड़क के दोनों और तीन सौ दस नीम के पौधे लगाये गये है। उन्होने कहां हैं कि ऑपरेशन प्राणवायु अंतर्गत किये गये पौध रोपण से पूरी ग्राम पंचायत में एक ओर जहां हरियाली आयेगी वही कोशिश की जायेगी कि अंगूर की खेती के बाद तितरी को जामफल उत्पादन में भी विशिष्ठ पहचान बने। सरपंच ने कहा कि ग्रामवासियों के सहयोग से सभी पौधों को बचाये रखने के लिये समुचित उपाय किये जायेगे।