रतलामवासियों की प्यास बुझाने वाले धोलावड़ जलाशयके तीन गेट खोले
मालवा-निमाड़ में भारी बारिश,रास्ते बंद
रतलाम,20 अगस्त (इ खबरटुडे)। रतलाम जिले में झमाझम बारिश से चारों तरफ पानी ही पानी हो गया। क्षमता से अधिक पानी संग्रहीत होने पर रतलामवासियों की प्रतिदिन प्यास बुझाने वाले सरोज सरोवर (धोलावड़ जलाशय) के तीन गेट खोले गए। इसके अलावा जिले में कई पुल-पुलियाओं व रपटों पर पानी चढ़ने से मार्ग अवरुद्ध रहे।
नीमच शहर की निचली बस्तियों में पानी घुस गया। जावद, कुकड़ेश्वर, भादवा माता, सिंगोली व अन्य स्थानों पर भी जलजमाव की स्थिति बनी। घरों में पानी घुसने से भी नुकसान हुआ। रतनगढ़ के समीप कसमारिया में चक्रवाती तूफान से पेड़ धराशायी हो गए। घरों को भी नुकसान पहुंचा। नीमच-सिंगोली सहित अन्य मार्ग जल प्लावन के कारण बाधित हो गए।
उज्जैन में 4 और महिदपुर में 5 इंच बारिश हुई है। महिदपुर के जूनी कोर्ट इलाके के पास हवा और बारिश के कारण एक पुराना मकान धराशायी हो गया। मंदसौर में रेतमबैराज के 18 गेट और गाडगिल सागर के 4 गेट खोले गए।मालवा-निमाड़ अंचल में भादौ की झड़ी की वजह से शनिवार को जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। निचली बस्तियों में पानी भर गया और कई मार्ग भी बाधित हुए। बांधों के गेट खोलने पड़े। नर्मदा के तटीय क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया गया है।
छह गांव बने टापू, कल होना है मतदान
शाजापुर के जनपद पंचायत मोहन बड़ोदिया में दो वार्डों में 22 अगस्त को मतदान होगा। 24 घंटे से हो रही बारिश से 23 में से 6 मतदान केंद्र व गांव ऐसे हैं, जो टापू बन गए। नदी-नाले पूर पर हैं और प्रवेश के सारे रास्ते बंद हो गए। ऐसे में मतदान दल का वहां पहुंचना संभव नहीं है। प्रशासन ने चुनाव आयोग को इसकी जानकारी दी है।
नाले में बहा बालक
देवास में 1.7 इंच बारिश दर्ज की गई। लोदरी नदी शनिवार सुबह 11.30 बजे उफान पर आ गई। इससे पांदाजागीर से देवास जाने के लिए मार्ग बंद रहा। खातेगाव मार्ग पीपल कोटा में दतूनी नदी में पुल पर पानी होने से बंद हो गया। शनिवार सुबह बामनखेड़ा में नाले में दीपक पिता पप्पू सोलंकी (5)बह गया। पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर खोजबीन कर रही है।
नेशनल हाईवे-स्टेट हाईवे समेत कई महत्वपूर्ण रास्ते बंद
भोपाल के आसपास के जिलों में लगातार बारिश से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है। विदिशा, रायसेन, गुना, अशोकनगर और राजगढ़ में बाढ़ के हालात हैं। विदिशा, गुना और राजगढ़ में बारिश के कारण रास्ते बंद होने से यात्री बसें नहीं चल पाईं। कई कच्चे घर ढह गए। सागर के राहतगढ़ में कच्चा घर ढहने से एक ही परिवार के सात लोगोें की मौत हो गई। बांधों के गेट खोलने से नदियां उफन पर आ गर्इं, इसलिए नेशनल हाईवे-स्टेट हाईवे समेत कई महत्वपूर्ण रास्ते बंद हो गए।