पूर्व कांग्रेसी सांसद पत्नी और बेटे समेत पुलिस हिरासत में
हैदराबाद 5 नवम्बर(इ खबरटुडे)।तेलंगाना के वारंगल में बुधवार को कांग्रेस के पूर्व सांसद सिरिसिला राजैया के घर में आग लगने से उनकी बहू और उनके तीन पोतों की रहस्यमय पस्थितियों में मौत हो गई। इस घटना में पूछताछ के लिए राजैया उनकी पत्नी और उनके बेटे को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस खबरों के अनुसार कि राजैया, उनकी पत्नी माधवी और बेटे अनिल कुमार को घर से पूरी सुरक्षा के बीच किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है।
हैदराबाद से 150 किलोमीटर दूर वारंगल के बाहर हनामकोंडा क्षेंत्र में स्थित राजैया के घर के प्रथम मंजिल पर सुबह अचानक भयकर आग लग गई, जिसमें उनकी बहू सारिका और उनके तीन बच्चों -अभिनव (7), अयान (3) और श्रीयन (3)- की जलकर मौत हो गई। पुलिस ने घटना की एक प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है।
परन्तु सारिका के परिवार उनके पति और परिजनों को हत्या के लिए जिम्मेदार दोषी है। सभी चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम अस्पताल भेज दिया गया है।
पुलिस घटना पर पहुची और इस विषय में जानकारी प्राप्त है कि फोरेंसिक विशेषज्ञों की जांच में इस बात का खुलासा होगा कि यह हत्या है या आग के कारणों से हुई मौत है। राजैया वारंगल लोकसभा सीट के लिए 21 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी के मुख्य उम्मीदवार थे।
इस घटना के बाद राजैया ने उपचुनाव नहीं लडऩे का फैसला किया, जिसके बाद कांग्रेस नेतृत्व ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सर्व सत्यनारायण को अपना उम्मीदवार बनाया है। पुलिस महानिरीक्षक नवीन चंद ने संवाददाताओं से कहा कि सारिका के शयनकक्ष से एक गैस सिलेंडर बरामद हुआ है। पुलिस को तडक़े चार बजे आग लगने की सूचना दी गई थी। वारंगल के पुलिस आयुक्त जी. सुधीर बाबू ने बातचीत के दौरान कहा, कि आग लगने के समय पूर्व सांसद, उनकी पत्नी और पुत्र घर पर मौजूद थे। उन्होंने कहा, चारों की आग में झुलसने से मौत हुई है। जांच पूरी होने के बाद ही हमें पता चल पाएगा कि उन्होंने खुद से ऐसा किया या दूसरे लोगों का इसमें हाथ था।
सारिका के माता-पिता ने चारों की हत्या करने का आरोप लगाया
निजामाबाद जिले के निवासी सारिका के माता-पिता का कहना है कि यह न तो दुर्घटना है और न ही आत्महत्या। पीड़ित परिवार ने सारिका के पति और उसके माता-पिता पर चारों की हत्या करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी बताया कि सारिका ने पहले ही उन सभी के खिलाफ पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी।
पूर्व सांसद और उनके बेटे के खिलाफ कार्रवाई की मांग
महिला संगठनों ने आरोप लगाया है कि सारिका और उनके बच्चों की हत्या की गई है और उन्होंने पूर्व सांसद और उनके बेटे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। महिला कार्यकर्ताओं ने घर के बाहर जमा होकर प्रदर्शन किया। सारिका ने 2013 में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पति उन्हें दहेज के लिए मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। सारिका ने पिछले साल राजैया के घर के बाहर अपने और अपने बच्चों को न्याय देने के लिए धरना दिया था। उन्होंने यह शिकायत भी की थी कि अनिल का कोई विवाहेतर संबंध है। हैदराबाद में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान अनिल और सारिका की मुलाकात हुई थी और दोनों ने 2002 में अपने विवाह का पंजीकरण कराया था। इसके बाद 2016 में दोनों परिवारों की सहमति के बाद दोनों की पारंपरिक रूप से शादी की गई।
राजैया ने वारंगल लोकसभा सीट के उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया था। वह 2009 में वारंगल से निर्वाचित हुए थे। वह 2014 के चुनाव में श्रीहरि से हार गए थे।
इस घटना के बाद राजैया ने उपचुनाव नहीं लडऩे का फैसला किया है। वारंगल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है। तेलंगाना राष्ट्र समिति के कदियम श्रीहरि को राज्य का उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद उन्होंने लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, जिसके कारण यहां उपचुनाव अनिवार्य हो गया था। सारिका ने कथित तौर पर राजैया को टिकट नहीं देने के लिए कांग्रेस नेतृत्व को एक भी पत्र लिखा था।