November 8, 2024

जलवायु परिवर्तन और स्मार्ट एग्रीकल्चर तकनीक पर राष्ट्रीय संगोष्ठी 13-14 जून को

मुख्यमंत्री श्री चौहान और केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ग्वालियर में करेंगे शुभारंभ

भोपाल 10 जून(इ खबरटुडे)। जलवायु में आ रहे निरंतर परिवर्तन, उसके प्रभाव और बचाव पर एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय संगोष्ठी कृषि महोत्सव के दौरान ग्वालियर में 13-14 जून को होगी। इस संगोष्ठी में देश और प्रदेश के प्रमुख विषय-विशेषज्ञ भाग लेंगे। शुभारंभ मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान करेंगे। इस मौके पर केन्द्रीय इस्पात एवं खान मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी उपस्थित रहेंगे।

राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर द्वारा की जा रही इस संगोष्ठी का विषय ‘क्लाइमेट चेंज एण्ड स्मार्ट एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी’ है। संगोष्ठी में शुभारंभ सत्र के अलावा 6 सत्र होंगे। प्रथम दिवस 13 जून को ‘क्लाइमेट चेंज एण्ड क्लाइमेटिक वेरेबिलिटी कॉज कॉन्सिक्वेन्स ऑन एग्रीकल्चर प्रोडक्शन’ सत्र की अध्यक्षता आई.सी.ए.आर. नई दिल्ली के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ए.के. सिक्का करेंगे। इस सत्र में ‘करेंट एण्ड प्रोजेक्टेड क्लाइमेट चेंज फॉर इंडिया’ विषय पर ए.आई.सी.आर.पी. एग्रोमेट सीआरआईडीए, हैदराबाद के प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर डॉ. यू.एम. राव वक्तव्य देंगे। ‘इम्पेक्ट ऑफ क्लाइमेट चेंज ऑन एरिड रीजन एग्रीकल्चर’ विषय पर जबलपुर के सीएजेडआरआई के डायरेक्टर डॉ. आर.के. भट्ट, ‘इम्पेक्ट ऑफ क्लाइमेट चेंज ऑन ईस्टर्न इंडिया एग्रीकल्चर’ पर आईसीएआर रिसर्च कॉम्पलेक्स फॉर ईस्टर्न रीजन के डायरेक्टर डॉ. बी.पी. भट्ट, ‘इम्पेक्ट ऑफ क्लाइमेट चेंज ऑन नार्थ-ईस्ट एग्रीकल्चर’ विषय पर मेघालय आईसीएआर रिसर्च कॉम्पलेक्स फॉर एनईएच रीजन के डायरेक्टर डॉ. एस.बी. नागाचन और ‘इम्पेक्ट ऑफ क्लाइमेट चेंज इन दी लाइवस्टॉक सेक्टर’ विषय पर आसाम एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. के.एम. बुजरबरूआ के वक्तव्य होंगे।

तकनीकी सत्र में ‘क्लाइमेट स्मार्ट टेक्नोलॉजिस टू मिटीगेट क्लाइमेटिक एडवरसिटीज’ विषय पर चर्चा होगी। सत्र की अध्यक्षता प्रभानी व्हीएनव्हीके यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. बी. वेंक्टेश्वरलु करेंगे। इस सत्र में ‘क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर’ पर सीसीएएफएस, आईडब्ल्यूएमआई, नई दिल्ली के रीजनल प्रोग्राम लीडर डॉ. पी.के. अग्रवाल, ‘कन्जर्वेशन एग्रीकल्चर फॉर मेनेजिंग दी एडवरसिटी ऑफ क्लाइमेट चेंज’ विषय पर सीआईएमएमवायटी, नई दिल्ली डॉ. एम.एल. जाट, ‘एग्रीकल्चर मेकेनाइजेशन फॉर मिनिमाइजिंग द रिस्क ऑफ क्लाइमेट चेंज’ पर सीआईएई, भोपाल के डायरेक्टर डॉ. के.के. सिंह, ‘मेनेजिंग क्लाइमेट चेंज थ्रू इंटीग्रेटेड वॉटरशेड डेव्हलपमेंट’ विषय पर आई.सी.ए.आर. नई दिल्ली के डिप्टी डायरेक्टर जनरल डॉ. ए.के. सिक्का, ‘एग्रो-फॉरेस्ट्री सिस्टम्स फॉर मेनेजिंग क्लाइमेट रिस्कस’ पर सीनियर एडवाइजर फॉर पॉलिसी एण्ड इम्पेक्ट, रीजनल सेन्टर फॉर साउथ एशिया नई दिल्ली के डॉ. व्ही.पी. सिंह, ‘पेस्ट मेनेजमेंट इन चेंजिंग क्लाइमेट सिनारियो’ विषय पर, एफएओ टीसीडीसी कन्सलटेंट, नई दिल्ली के डॉ. सी. देवकुमार, ‘इम्प्रूविंग वॉटर प्रोडक्टिविटी टूवर्डस स्मार्ट एग्रीकल्चर’ पर सीएजेडआरआई जोधपुर के डॉ. व्ही.एस. राठौर, ‘सॉयकालॉजिकल एप्रोचेस फॉर इम्प्रूविंग क्रॉप प्रोडक्टिविटी इन क्लाइमेट चेंज’ विषय पर सीएजेडआरआई जोधपुर के डॉ. एन.एस. नाथावत वक्तव्य देंगे।

दूसरे दिन 14 जून को तीसरा टेक्नीकल सत्र ‘क्लाइमेट चेंज इम्पेक्ट ऑन मध्यप्रदेश एग्रीकल्चर’ से शुरू होगा। अध्यक्षता प्रमुख सचिवकिसान-कल्याण एवं कृषि विकास डॉ. राजेश राजौरा करेंगे। इस सत्र में ‘इम्पेक्ट ऑफ क्लाइमेट चेंज ऑन द एग्रीकल्चर प्रोडक्शन इन एमपी’ पर आईएसईसीसी बैंगलुरू के डॉ. वरूणदेव पाल, ‘स्वाइल मेनेजमेंट इन चेंजिंग क्लाइमेट सिनारियो’ पर वाइस चांसलर कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर डॉ. व्ही.एस. तोमर, ‘एग्रीकल्चर इन्टरवेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज फॉर मध्यप्रदेश’ पर प्रमुख सचिवकिसान-कल्याण एवं कृषि विकास डॉ. राजेश राजौरा, ‘इम्पेक्ट ऑफ क्लाइमेट चेंजेज ऑन अकरेंस एण्ड रिकरेंस ऑफ डिसिजेस ऑन पल्स क्रॉप्स’ पर प्रमुख वैज्ञानिक आरव्हीएसकेव्हीव्ही सीओए, सीहोर के डॉ. डी.आर. सक्सेना, ‘एडाप्शन एण्ड मिटीगेशन स्ट्रेटेजीज फॉर क्लाइमेट चेंजेज इन ड्राय लेण्ड्स’ पर प्रमुख वैज्ञानिक आरव्हीएसकेव्हीव्ही सीओए, इंदौर डॉ. एम.पी. जैन, ‘बिहेवियरियल चेंज्स इन क्रॉप इन्सेक्ट पेस्टस ड्यू टू क्लाइमेटिक चेंजेज’ पर प्रमुख वैज्ञानिक आरव्हीएसकेव्हीव्ही सीओए, सीहोर डॉ. संदीप शर्मा वक्तव्य देंगे।

चौथे टेक्नीकल सेशन की थीम ‘फोरकास्टिंग वेदर एक्सट्रीम्स एण्ड एग्रो-एडवाइजरी सर्विसेस’ होगी। इसकी अध्यक्षता वाइस चांसलर कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर डॉ. व्ही.एस. तोमर करेंगे। इस सत्र में ‘वेदर वेगेरीज एण्ड रोल ऑफ वेदर फोरकास्टिंग इन एग्रो एडवाइजरी सर्विसेज’ पर आईएमडी नई दिल्ली के हेड डॉ.के. के. सिंह, ‘मेनेजिंग हेलस्ट्रॉम डेमेज इन क्रॉप्स’ पर वाइस चांसलर व्हीएनएमव्हीके प्रभानी डॉ. बी. वेंकटेश्वरलु, ‘वेदर बेस्ड एग्रो-एडवाइजरी सर्विसेज इन मध्यप्रदेश’ पर वरिष्ठ वैज्ञानिक आरव्हीएसकेव्हीव्ही सीओए, इंदौर डॉ. एस.के. शर्मा वक्तव्य देंगे।

पाँचवें एवं छठवें टेक्नीकल सेशन की थीम ‘सोश्यो-इकानॉमिक एण्ड पॉलिसी इश्यूस ऑन क्लाइमेट चेंज एण्ड रोल ऑफ आईसीटीएस इन इनक्रीजिंग पब्लिक अवेयरनेस एण्ड मिटीगेशन स्ट्रेटेजीज अमंग फार्मिंग कम्युनिटीज’ होगी। अध्यक्षता आसाम एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. के.एम. बुजरबरूआ करेंगे। इस सत्र में बीकेसी वेल्थसिस प्रायवेट लिमिटेड के डॉ. बी.के. सिंह ‘पॉलिसी रिलेटेड इश्यूज फॉर मेनेजिंग द इन्फल्यून्स ऑफ क्लाइमेटिक चेंज’ विषय पर वक्तव्य देंगे।

संगोष्ठी के अंतिम सत्र की अध्यक्षता राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ. अनिल कुमार सिंह करेंगे। इस सत्र में सभी सत्र में हुई चर्चा के निष्कर्ष और अनुशंसा को अंतिम रूप दिया जायेगा।

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