इंदौर में फांसी की सजा पाए कैदियों में हड़कंप, अधिकारी कर रहे काउंसलिंग
इंदौर,24 जून (इ खबरटुडे)। राष्ट्रपति द्वारा शिवानी हत्याकांड के तीनों हत्यारों की फांसी की सजा पर दया याचिका खारिज करने के बाद इंदौर सेंट्रल जेल में भय का माहौल है। फांसी की सजा पाए दूसरे कैदियों में भी हड़कंप मचा हुआ है। उधर जेल अधिकारियों ने फांसी की सजा पाए कैदियों की कांउसलिंग भी की है।
जेल सूत्रों ने बताया कि शिवानी के हत्यारों जितेंद्र, सनी और बाबू के फांसी की सजा के पालन के लिए जहां जेल प्रशासन इंतजार कर रहा है, वहीं दूसरे अन्य 10 कैदी जिन्हें फांसी की सजा मिल चुकी है में भी घबराहट है। हालांकि अधिकांश कैदियों के मामले अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं। अगर वहां से भी सजा की पुष्टि होती है तो उनके पास राष्ट्रपति के पास गुहार लगाने का मौका रहेगा।
सूत्रों ने बताया कि शिवानी के हत्यारों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। अब दूसरे फांसी वाले कैदियों का भी ध्यान रखना पड़ रहा है। फांसी की सजा पाए कैदी इतने खौफ में हैं कि अधिकारी पिछले 5 दिनों से रोजाना उनसे मिल रहे हैं। उन्हें आराम से रहने के लिए कह रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि फांसी की सजा पाए कैदियों से काम नहीं करवाया जाता है। सुबह प्रार्थना के बाद वे अपनी बैरकों में चले जाते हैं। अपने मन मुताबिक काम करते हैं और दिन भर बैरक में रहते हैं। कुछ कैदी पढ़ाई भी करते हैं।