स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पहुॅचे ग्राम में सुबह शौचालय बनवाने
उपचार से बचाव बेहतर हैं – डॉ. प्रभाकर ननावरे
रतलाम ,14 अगस्त(इ खबरटुडे)। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे ने रतलाम जिले के ग्राम भैंसाना, भुट्टाखेड़ी और इस्माईलपुरा मंें सुबह 5ः30 बजे पहुॅच कर ग्रामवासियों को खुले में शौच करने से रोका तथा ग्रामवासियों को अपने घर में शौचालय बनवाने और उपयोग करने की सलाह दी।प्रमोद प्रजापति एपीडेमियोलाजीस्ट ने ग्रामवासियों से कहा कि इस प्रकार खुले में शौच करना बिमारियों को निमंत्रण देना है। उल्टी, दस्त से फैलने वाली मुख्य बिमारियों की वजह खुले में शौच ही है। खुले में शौच के कारण मक्खीयॉ अपने साथ मल के कण लेकर भोजन पर बैठती हैं। इस प्रकार मल भोजन के साथ मुंह में जाता है और व्यक्ति अनेक बिमारियों से ग्रस्ति होता है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ननावरे ने कहा कि बिमारी होने पर ईलाज कराने के बजाय ऐसा आचरण अपनाना चाहिए ताकि बिमारी होने की सम्भावना ही न हो।
बिमारी होने के बाद उपचार पर होने वाले व्यय की तुलना में शौचालय बनवाने का व्यय अत्यन्त कम है। स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत ग्राम में 102 शौचालय निर्माण होना शेष है जबकि आठ व्यक्तियो ने शौचालय के लिये गड्ढे खुदवा दिये थे। ग्राम में 267 शौचालय बने हेतु पाये गये है।
ग्राम रामपुरा का निरीक्षण डॉ. वीरेन्द्र रघुवंशी तथा जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. वर्षा कुरील ने सुबह 5ः30 बजे किया। ग्राम में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुल्ताना बी तथा ग्राम कोटवार ने बताया कि उन्होनें अपने घर में शौचालय बनवाने के लिये गड्ढे खुदवा लिये है। ग्राम में खुले में शौच करने से होने वाले नुकसान के बारे में ग्रामवासियों से चर्चा एवं समझाईश दी जा रही है।