स्कूलों का समय बदलने के मामले में राज्य शासन पर भारी रतलाम कलेक्टर का आदेश,लू के थपेडे खाने को मजबूर नन्हे बच्चे
रतलाम,17 अप्रैल (इ खबरटुडे)। गर्मी की भयावहता को देखते हुए राज्य शासन ने स्कूलों का समय बदलने के निर्देश जारी किए है। लेकिन ऐसा लगता है कि रतलाम कलेक्टर का आदेश राज्य शासन के आदेश पर भारी है। राज्य शासन ने दोपहर एक बजे के बाद तक स्कूल नहीं चलाने के निर्देश दिए है,लेकिन रतलाम कलेक्टर ने स्कूलों को दोपहर डेढ बजे तक चालू रखने का आदेश दिया है।
प्रदेश भर में गर्मी की भयावहता को देखते हुए मध्यप्रदेश शासन के शिक्षा विभाग द्वारा आदेश क्र.44-04/2017/20-2 दिनांक 3 अप्रैल 2018 जारी कर समस्त जिला कलेक्टरों को स्कूलों का समय निर्धारित करने का अधिकार दिया गया था। शिक्षा विभाग के उपसचिव प्रमोद सिंह के हस्ताक्षरों से जारी इस आदेश में कहा गया था कि गर्मी के मौसम को देखते हुए समस्त जिला कलेक्टर,जिला शिक्षा अधिकारी के प्रस्ताव पर स्कूलों का समय निर्धारित कर सकते है।
लेकिन इस आदेश के दो ही दिन बाद शिक्षा विभाग ने एक नया आदेश क्र.एफ-44-04/2017/20-2 दिनांक 5 अप्रैल 2018 जारी किया। राज्य स्तर पर यह महसूस किया गया कि प्रदेश में गर्मी की भयावहता बढ रही है,इसलिए दोपहर एक बजे के बाद स्कूलों का संचालन नहीं किया जाना चाहिए। 5 अप्रैल को जारी आदेश में राज्य शासन ने सभी जिला कलेक्टरों को साफ साफ शब्दों में निर्देशित किया कि किसी भी शासकीय या निजी विद्यालय का संचालन दोपहर एक बजे के बाद नहीं किया जाए।
लेकिन इसी दिन रतलाम कलेक्टर ने आदेश क्र. सामान्य/2018/117 दिनांक 5 अप्रैल 2018 जारी कर जिले के समस्त स्कूलों का समय प्रात: 7.30 से दोपहर 1.30 तक निर्धारित कर दिया। रतलाम कलेक्टर ने अपने आदेश में कहा कि एक पाली में लगने वाले समस्त शासकीय व निजी विद्यालय प्रात: 7.30 से दोपहर 1.30 तक संचालित किए जाएं। जो विद्यालय दो पारी में लगते है उनमें कक्षा पहली से आठवीं तक की कक्षाएं प्रात: पाली में 7.30 से 12.30 तक लगाई जाए और कक्षा नौ से बारहवीं तक की कक्षाएं दूसरी पाली में लगाई जाएं।
राज्य शासन और कलेक्टर रतलाम दोनों के ही आदेश एक ही दिन जारी हुए। शिक्षा विभाग के लोगों को उम्मीद थी कि जैसे ही कलेक्टर को राज्य शासन के आदेश की जानकारी मिलेगी,उनका आदेश बदल दिया जाएगा। लेकिन हुआ इसका ठीक उलटा। जिला कलेक्टर ने अपना आदेश तो नहीं बदला,बल्कि राज्य शासन के आदेश के भरोसे जिन विद्यालयों की छुट्टी जल्दी कर दी गई उन्हे बाकायदा दण्डित किए जाने की व्यवस्था भी कर दी गई।
अब स्थिति यह है कि रतलाम के आसपास के तमाम जिलों,जैसे उज्जैन,इन्दौर,धार,अशोक नगर आदि में वहां के कलेक्टरों ने राज्य शासन के निर्देशानुसार स्कूलों का संचालन दोपहर एक बजे के पहले तक करने के आदेश जारी कर दिए है,लेकिन रतलाम के स्कूल आज भी दोपहर डेढ बजे तक संचालित किए जा रहे है। रतलाम कलेक्टर का आदेश राज्य शासन पर भारी साबित हो रहा है और स्कूलों में पढने वाले नन्हे बच्चे दोपहर डेढ बजे की तमतमाती लू के थपेडे खाते हुए घरों को लौट रहे हैं।