स्कूली बच्चों के वाहनों की दुर्घटनाओं में २ बच्चों समेत २ महिलाएं घायल
जानवरों की तरह ठूंसे जाते है वाहनों में बच्चे,वाहन चालक लापरवाह,जिम्मेदार उदासीन
रतलाम,5 अगस्त(इ खबरटुडे)। शहर की यातायात समस्या को हल करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर चाहे जितने दिखावे किए जाए,वास्तविकता इसके ठीक विपरित है। सबसे ज्यादा खतरे में स्कूली बच्चे है। स्कूली बच्चों को लाने,ले जाने में प्रयुक्त हो रहे वाहनों के प्रति गंभीर लापरवाही बरती जा रही है। सोमवार को दो अलग अलग घटनाओं में 2 स्कूली बच्चों समेत दो महिलाएं घायल हो गई।
स्कूल बसों को पर्याप्त सावधानी से चलाए जाने के तमाम दिशा निर्देशों के बावजूद स्कूल बसों के चालक इस मामले में कतई गंभीर नहीं है। शाम करीब साढे चार बजे मार्निंग स्टार स्कूल की बस ने थावरिया इलाके एक्टिवा पर जा रही दो महिलाओं को पीछे से टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में बस में सवार बच्चे तो भाग्यशाली रहे कि उन्हे कुछ नहीं हुआ,लेकिन एक्टिवा पर सवार मोनिका पिता ईश्वरसिंह राणावत 18 व राधा पति श्रवणसिंह 50 नि.हाकीमबाडा घायल हो गई। उनका वाहन भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
दूसरी दुर्घटना में गुरु तेगबहादुर स्कूल के बच्चों को ले जा रहे आटो रिक्शा के साथ हुई। बच्चों को ले जा रहा आटो दोपहर करीब साढे बारह बजे काटजू नगर में माहेश्वरी हास्पिटल के पास पलटी खा गया। आटो में सवार नन्हे बच्चे इस दुर्घटना में घायल हो गए। हांलाकि स्कूल प्रबन्धन या पुलिस ने इस दुर्घटना की पुष्टि नहीं की है,लेकिन सूत्रों को कहना है कि दो घायल बच्चों को वहीं माहेश्वरी हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। उल्लेखनीय है कि स्कूली बच्चों को लाने ले जाने वाले आटो रिक्शाओं मे नन्हे बच्चों को जानवरों की तरह ठूंस दिया जाता है। हालत यह होती है कि बच्चों की अधिकता के कारण आटो चालक आटो पर ठीक प्रकार से नियंत्रण भी नहीं कर पाता। इसी वजह से इस प्रकार के हादसे होते है। न तो स्कूल प्रबन्धन और ना ही यातायात महकमा इस ओर गंभीरता से ध्यान देने को तैयार है। बहरहाल इन परिस्थितियों में शहर के स्कूली बच्चे खतरा उठा कर स्कूल जाने को मजबूर है।