स्कूल ने ‘राष्ट्रगान’ को इस्लाम विरोधी बताते हुई गाने पर लगाई रोक
जयपुर 13 अगस्त(इ खबरटुडे)।राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक निजी स्कूल पर राष्ट्रगान को इस्लाम विरोधी बताकर इसके गायन पर पाबंदी लगाने का मामला सामने आया है। सूत्रों मुताबिक, इस स्कूल का नाम मौलाना वलि मोहम्मद रेगिस्तान है।
मामला सामने आने के बाद अधिकारियों ने इसकी जांच शुरू कर दी है। यह स्कूल बाड़मेर के ‘पांडी की पार गांव’ में स्थित है जहां पढ़ने वाले हिंदू छात्रों को कुरान पढ़ने के लिए भी दवाब डाला जाता था। वहीं इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा है कि यह कोई देश विरोधी मामला नहीं है, यहां राष्ट्रगान गाया जाता है लेकिन वंदेमातरम को लेकर कुछ विवाद है।
कलेक्टर ने स्कूल प्रशासन से पूछताछ कर स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों का जायजा लिया
जिले के कलेक्टर सुधीर कुमार शर्मा के आदेश के बाद एक टीम ने स्कूल का दौरा किया है और इस मामले में स्कूल प्रशासन से पूछताछ कर स्कूल में स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों का जायजा लिया। इसके बाद इस टीम ने कलेक्टर को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। हालांकि स्कूल प्रशासन ने इस तरह के आरोपों से इन्कार किया है।
स्कूल के के हेडमास्टर मोहम्मद सिराज ने कहा, ‘मैंने जांच टीम को पिछली बार मनाए गए स्वतंत्रता दिवस समारोह के फोटो दे दिए हैं।” स्कूल में कुल 250 छात्र पढ़ते हैं जिसमें 30 हिंदू छात्र हैं। स्कूल के एक अन्य शिक्षक और स्वतंत्रता दिवस समारोह समिति के समन्वयक जीव राम ने बताया, “हम स्कूल टाइम समाप्त होने के बाद मुस्लिम युवाओं के लिए कुरान की विशेष क्लास चलाते हैं।’
इससे पहले उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में एक निजी स्कूल ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जन गण मन, वंदे मातरम और सरस्वती वंदना पर बैन लगा दिया था। स्कूल के संचालक मोहम्मद जिया-उल हक ने इस्लाम की दुहाई देकर राष्ट्रगान का विरोध किया था।यहां कथित तौर पर पिछले 12 सालों से कभी राष्ट्रगान नहीं गाया गया था। इस फैसले से नाराज स्कूल के प्रिंसिपल समेत आठ टीचर्स ने इस्तीफा भी दे दिया था।