सूखा प्रभावित क्षेत्रों के लिये केन्द्र द्वारा 2033 करोड़ का राहत पैकेज
मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा केन्द्र सरकार का आभार
किसानों के लिये अब तक स्वीकृत सबसे बड़ा पैकेज
भोपाल,30 दिसम्बर(इ खबरटुडे)।प्रदेश के सूखा प्रभावित क्षेत्रों में राहत के लिये केन्द्र सरकार द्वारा 2033 करोड़ रुपये का पैकेज देने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र सरकार का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि किसानों के लिये यह अब तक स्वीकृत सबसे बड़ी राहत राशि है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि इस केन्द्रीय सहायता से प्रदेश के सूखा प्रभावित क्षेत्र के किसानों को बड़ी मदद मिलेगी। उन्होंने इस राहत पैकेज के लिये केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली और केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह को धन्यवाद दिया है, जिन्होंने सूखा प्रभावित किसानों के लिये राज्य के अनुरोध पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया। यह राशि राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से दी गयी है। मुख्यमंत्री ने किसानों की हर संभव मदद के संकल्प को दोहराया है।
अब तक 3266 करोड़ रुपये की राहत वितरित
प्रदेश में मानसून वर्ष 2015 में हुई फसल हानि के लिये किसानों को 3266 करोड़ 87 लाख 96 हजार की राहत राशि वितरित कर दी गयी है। राज्य शासन द्वारा 3517 करोड़ 52 लाख की राहत राशि आवंटित की गयी है। इस प्रकार अभी तक 93 प्रतिशत राशि का वितरण कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि 21 जिले में 100 प्रतिशत राशि वितरित की जा चुकी है। इन जिलों में बड़वानी, भिण्ड, दमोह, दतिया, देवास, डिण्डोरी, झाबुआ, नीमच, पन्ना, रायसेन, रीवा, सागर, सिवनी, शहडोल, शिवपुरी, श्योपुर, टीकगमढ़, उमरिया, अनूपपुर, बुरहानपुर और अलीराजपुर शामिल हैं।
इसके साथ ही बालाघाट जिले में 96 प्रतिशत, बैतूल जिले में 90, भोपाल जिले में 98, छतरपुर जिले में 95, छिन्दवाड़ा जिले में 91, गुना जिले में 16, हरदा जिले में 92, जबलपुर जिले में 93, कटनी जिले में 79, खंडवा जिले में 96, मंडला जिले में 91, मुरैना जिले में 99, राजगढ़ जिले में 92, रतलाम जिले में 99, सतना जिले में 95, सीहोर जिले में 97, शाजापुर जिले में 96, सीधी जिले में 96, विदिशा जिले में 96, अशोकनगर जिले में 76, सिंगरौली जिले में 98, आगर मालवा जिले में 99, नरसिंहपुर जिले में 96, खरगोन जिले में 83 प्रतिशत और होशंगाबाद जिले में 98 प्रतिशत राहत राशि वितरित की गयी है।