सिंहस्थ में गड़बड़ी करने वाले आज नहीं तो कल फंसेंगे-प्रभारी मंत्री
तीन पीढ़ी के विनाश का श्राप दिया प्रभारी मंत्री ने!
सेटेलाइट टाउन से शहर तक 450 बसें
उज्जैन,16अप्रैल (इ खबरटुडे)।सिंहस्थ प्रभारी मंत्री भूपेन्द्रसिंह ने ऐसे सारे आरोपों को नकारा है कि मेला क्षेत्र में साफ-सफाई ठीक न होने, मच्छरों की समस्या और शुद्ध पेयजल सप्लाय न होने से साधु-संत बीमार हो रहे हैं। उनका दावा है कि ये सारी व्यवस्थाएं तो बेहतर हो गई है साधु-संत तो फूड पायजनिंग के कारण बीमार हुए हैं।
छोटे दुकानदारों को मेला क्षेत्र में नि:शुल्क जगह
प्रभारी मंत्री ने निर्माण कार्यों में कथित भ्रष्टाचार से इंकार तो किया साथ ही यह भी कहा कि सिंहस्थ कार्यों में गड़बड़ी करने वाले आज नहीं तो कल बचेंगे नहीं, ऐसे लोगों का फंसना तय है। भूपेन्द्रसिंह यह श्राप देना भी नहीं भूले कि सिंहस्थ में गड़बड़ी करने वालों की तीन पीढ़ी का विनाश होगा।
सिंहस्थ की सफलता के लिए मीडिया से सहयोग का अनुरोध
महाकाल मंदिर दर्शन व्यवस्था और सिंहस्थ ट्रैफिक प्लान को शनिवार (16 अप्रैल) से लागू करने की घोषणा के साथ शाही स्नान के दिनों में 15 सौ अतिरिक्त बसें तथा सेटेलाइट टाउन से शहर तक 450 सिटी बसें चलाने और मेला क्षेत्र में छोटे दुकानदारों (कोल्डड्रिंक बेचने वालों) को नि:शुल्क जगह उपलब्ध कराने की घोषणा के साथ ही सिंहस्थ की सफलता के लिए मीडिया से सहयोग का अनुरोध भी किया।
उन्होंने कहा कि विभागों ने जितना बजट मांगा उतना बजट शासन ने हर विभाग को दिया है। यह कहने में हर्ज नहीं कि एक-दो विभागों के अधिकारियों की गलती के कारण बजट का पूरा उपयोग नहीं हो पाया, दिया गया पैसा बचा रहा। क्रियान्वयन में ऐसी छोटी-मोटी गलतियां हुई हैं जिन्हें ठीक कर लिया है।
उन्होंने दावा किया कि 22 अप्रैल को पहले शाही स्नान के साथ प्रारंभ होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ के लिए सरकार की सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं। सिंहस्थ सफलतापूर्वक सम्पन्न हो इसके लिए मीडिया का सहयोग भी आवश्यक है। मीडिया हर बात में नेगेटिव सोच रखना छोड़ दे तो उज्जैन का यह सिंहस्थ ऐतिहासिक रूप से सफल साबित हो सकता है। मैं जिन भी संतों से मिला हूं वे कार्यों से संतुष्ट हैं, सीएम शिवराजसिंह के प्रति आशीर्वाद का भाव रखते हैं। यदि आपसे संत अपनी समस्याएं बताते हैं तो मैं मीडिया के साथ दौरा करने को तैयार हूं। आप यह भी तो सोचें अभी हमारी स्थिति युद्ध के मैदान में खड़े रहने जैसी है सबका मनोबल बढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है, आप जब खुद का घर बनाते, उद्घाटन करते हैं तो भी घर में छोटी-मोटी परेशानी रह जाती है, यहां तो सारे अस्थायी प्रकृति के कार्यों में दिक्कतें आ रही हैं तो उसे दूर भी करते जा रहे हैं। मीडिया से जो सुझाव मिल रहे हैं उन्हें भी सरकार के साथ बैठकर को-आर्डिनेशन करने के प्रयास चल रहे हैं।
संतों के कैंपों में शौचालय, सीवरेज एवं पेयजल लाइन संबंधी जो समस्याएं सामने आई हैं उनके निराकरण के लिए नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में अमला कार्य कर रहा है। अब तक 50 हजार टॉयलेट निर्मित किए जा चुके हैं, दूसरी एजेंसी पीएचई इन टॉयलेट में सीवरेज लाइन, कैंपों में पेयजल लाइन डालने का कार्य कर रही है। 10 हजार मॉड्यूलर टॉयलेट भी कैंपों में वितरित किए हैं इन 60 हजार टॉयलेट की साफ-सफाई में ढिलाई न हो इसके लिए भी टीम काम करेगी।
पीएचई के 90 प्रतिशत काम पूर्ण हो चुके हैं अब 10 प्रतिशत काम वो बचे हैं जो नई मांग आ रही हैं जिसे पूर्ण करने में 15 दिन तो लगेंगे ही। प्रभारी मंत्री ने इन आरोपों को भी नकारा कि मच्छर काटने, साफ-सफाई ना होने तथा दूषित पानी पीने से साधु-संत बीमार हो रहे हैं। उनका कहना था जो साधु-संत बीमार हुए हैं वह फूड पायजनिंग का शिकार हुए हैं। पानी तो सभी कैंपों में शुद्ध मिल रहा है। वाटर सप्लाय तो फिल्टर पानी की हो रही है। जहां तक खाद्यान्न सामग्री के वितरण की बात है तो सेक्टर कार्यालयों से संतों के राशन कार्ड बनाए जा रहे हैं अब तक तीन लाख लोगों को राशन दे चुके हैं।
शाही स्नान के दिनों में अतिरिक्त 15 सौ बसें,
प्रभारी मंत्री ने प्रश्नों के जवाब में कहा कि अभी इंदौर से बसों द्वारा प्रतिदिन 40 हजार यात्री आ रहे हैं। शाही स्नान वाले दिनों में 1500 बसें अतिरिक्त चलाएंगे ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो। सेटेलाइट टाउन, पार्किंग स्थल से शहर तक आने के लिए 450 बसें चलाएंगे इससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी, ई-रिक्शा तो चलेंगे ही।
शिवरात्रि पर फेल रही व्यवस्था
शिवरात्रि पर महाकाल मंदिर में दर्शन, जूता-चप्पल व्यवस्था फेल रहने को लेकर मीडिया से सहमति व्यक्त करते हुए प्रभारी मंत्री ने भी माना कि उस दिन व्यवस्था पूरी तरह फेल रही। सबक लेते हुए महाकाल मंदिर दर्शन व्यवस्था प्लान बनाया है जिसे शनिवार से लागू कर रहे हैं।
यह प्लान क्या है इसकी विस्तार से जानकारी न होने को स्वीकारते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया के साथ अगले एक-दो दिन में महाकाल मंदिर में ही प्लान को लेकर विस्तार से चर्चा कर लेंगे।
जूता घर फेल- प्रभारी मंत्री ने दैनिक अवन्तिका के इस प्रश्न से भी सहमति व्यक्त की कि जूताघर वाली व्यवस्था संभल नहीं पाएगी इसलिए इसे समाप्त कर रहे हैं। प्लान पर चर्चा में इस पर भी बात करेंगे।
अब तक के राजनीतिक जीवन में ऐसा चुनौतीपूर्ण कार्य नहीं देखा
खान डायवर्सन कार्य करने वाले विभागों और टीम की तारीफ करते हुए प्रभारी मंत्री ने कहा कि सिंहस्थ के पहले यह काम हो पाएगा उम्मीद नहीं थी लेकिन काफी सफलता प्राप्त कर ली है। विभाग के लोग जिस गहराई में जाकर पाइप डालने का कार्य कर रहे थे इतनी कठिन टेक्नालॉजी वाला काम मैंने अपने अब तक के राजनीतिक जीवन में पहले कभी नहीं देखा।