सिंहस्थ के बहाने 44 स्कूलों की बदली तस्वीर
रखरखाव, लाइट, रंगाई-पुताई और एक-एक बोरिंग खनन भी हुआ
उज्जैन,13 फरवरी(इ खबरटुडे)।शहरी क्षेत्र के 44 स्कूलों का सिंहस्थ मेला अवधि के लिये अधिग्रहण होने जा रहा है। हायर सेकेण्डरी-हाईस्कूल की परीक्षा निपटते ही प्रशासन इन स्कूलों को सिंहस्थ में विभिन्न कार्यों के लिये उपयोग में लेना शुरु कर देगा।
सिंहस्थ के बहाने इन 44 स्कूल भवनों का न सिर्फ जीर्णोद्धार कार्य हो रहा है, बल्कि रंगाई-पुताई और बिजली मेंटेनेंस के अलावा एक-एक स्थायी पेयजल स्त्रोत के रुप में बोरिंग भी करवाया जा रहा है।
जिला शिक्षाधिकारी संजय गोयल के अनुसार शासन ने हमें 44 स्कूलों में सिंहस्थ दलों को ठहराने व अन्य उपयोग के लिये उक्त स्कूल भवन अधिग्रहित करने को कहा है। साथ ही प्रशासकीय एजेंसी के जरिये इन भवनों का उचित रख-रखाव और बिजली दुरुस्ती के कार्य भी कराये जा रहे हैं। साथ ही स्थायी रुप से इन 44 स्कूल भवनों में पेयजल स्त्रोत के लिये बोरिंग खनन भी हो गया है।
17 फरवरी तक हमने प्रशासकीय एजेंसियों से कार्य पूर्ण करने को कहा है और लगभग 70 प्रतिशत से अधिक कार्य हो भी गया है। शेष कार्य भी इस समय सीमा में करवाए जाने के निर्देश दे दिये गये हैं। शाला विकास समिति से भी उक्त कार्य करवाये जा रहे हैं।
परीक्षा की चिंता
10वीं एवं 12वीं बोर्ड की परीक्षा भी मार्च की शुरुआत से ही होने जा रही है यदि सिंहस्थ की दृष्टि से कराये जा रहे कार्य ठीक समय पर नहीं हुए तो इन स्कूलों में परीक्षा संबंधी कार्य भी प्रभावित होंगे। बोर्ड परीक्षाओं के अलावा सिंहस्थ की दृष्टि से मार्च माह के अंत तक स्थानीय परीक्षा भी संपन्न करानी है।