श्रेय लेने की होड़ मची महिला नेत्रियों में
रैली के बाद ज्ञापन देने में खींचतान
रतलाम,22 अप्रैल,(इ खबरटुडे)। इन दिनों शहर में राजनीत का दौर सक्रिय है जिसमें महिलाएं भी किसी से पीछे नहीं है श्रेय लेने की होड़हाड मं महिला नेेत्रियों ने पुरुष राजनेताओं को पीछे छोड़ दिया. हालांकि अवसर देश में हो रहे दुष्कर्म के खिलाफ शहर भी समग्र महिला समिति द्वारा रैली निकालकर ज्ञापन देने का था, लेकिन कलेक्टोरेट में एक गुट ने पहले पहुंचकर ज्ञापन सौंपे दिये तो दुसरा गुट बाद में पहुंचा. जिससे महिला नेत्रियां आपस में ही उलझ गई.
उल्लेखनीय है कि देश में हो रहे दुष्कर्म तथा यौन शोषण जैसे घिनौने कृत्य के लिए कठोर कानून को सख्ती से लागू करने की मांग को लेकर शहर की समग्र महिला समिति द्वारा सोमवार को काले कपड़े पहनकर रैली निकालकर राष्ट्रपति के नाम जिलाधीश को ज्ञापन दिया जाना था. निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार स्थानीय नगर निगम से रैली प्रारंभ हुई. इस समिति में कांग्रेस की ओर से पार्षद अदिति दवेसर, बबीता नागर,डॉ.स्मिता शर्मा, यास्मिन शैरानी भाजपा की ओर से अनिता कटारिया, सीमा टांक, सोना शर्मा आदि नेेत्रियां उपस्थित थी. रैली को विभिन्न मार्गो से होती हुई कलेक्टोरेट पहुंचना था. लेकिन एक गुट की महिलाएं पहले कलेक्टोरेट पहुंच गई. जहां उन्होनें पहले एसडीएम रानी बाटड़ बाद में जिलाधीश राजीव दुबे को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया.कुछ समय बाद महिलाओं का दुसरा गुट वहां पहुंचा,तब तक ज्ञापन दिया जा चुका था. इस बात को लेकर महिला नेत्रियों में आपसी विवाद की स्थिति निर्मित हो गई. पार्षद अदिति दवेसर के नेतृत्व में कुछ महिलाओं नेत्रियां जिलाधीश राजीव दुबे से मिलने पहुंची जहां उन्होनें स्थानीय समस्याओं पर चर्चा की.इस संबंध में पार्षद श्रीमती अदिति दवेसर का कहना था कि रैली में वाहनों आगे-पीछे होने के कारण ज्ञापन देते समय कई महिलाएं पीछे रह गई. विवाद जैसी कोई बात नहीं है.रैली में छोटी बच्चियां भी थी उन्हें काफी देर हो गई थी. इसलिए आधे लोगो ने पहले ज्ञापन दे दिया. हम सब एक है. वही पार्षद सीमा टांक का कहना था कि रैली में दो पहिया व चार पहिया वाहनों के आगे पीछे होने के कारण आधी महिलाएं पीछे रह गई थी. चूंकि महिलाओं को भी काफी समय हो गया था और सभी को घर भी जाना था इसलिए पहले ज्ञापन सौंप दिया गया. हमारे बीच में कोई विवाद नहीं है.