May 2, 2024

वकीलों ने नहीं की पैरवी

कार्य से विरत रहकर दिया ज्ञापन

रतलाम,27 अगस्त (इ खबरटुडे) । आत्म-सम्मान की रक्षा और स्वतंत्रता पर कुठाराघात के खिलाफ वकील सोमवार को एक बार फिर कार्य से विरत रहे। न्यायालय में जहां मामलों की सुनवाई प्रभावित हुई, वहीं कोर्ट में हाजिर हो की पुकार पर भी ब्रेक रहा। जिला न्यायालय के अभिभाषकों ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश और कलेक्टर को ज्ञापन भी दिया।

मप्र राय अधिवक्ता परिषद जबलपुर के निर्देश पर शहर सहित जिलेभर के न्यायालयों में सोमवार को वकील काम से विरत रहे। जिला अभिभाषक संघ रतलाम के सचिव राजेश शर्मा ने बताया कि कुछ नियमों के चलते अधिवक्ताओं की स्वतंत्रता व निर्भीकता पर कुठाराघात हुआ है। राय अधिवक्ता परिषद द्वारा इस संबंध में न्यायालय से मांग की जा रही है। नए नियमों में से नियम-16  को वापस लिया जाए तथा नए नियमों के शेष प्रावधानों पर पुनर्विचार किया जाए। इसके साथ ही अधिवक्ताओं पर बढ़ते हमलों व बेवजह परेशान करने के मामलों के खिलाफ प्रतिवाद दिवस मनाया जा रहा है। हमने भी प्रतिवाद दिवस का पूरा समर्थन किया तथा  सोमवार को न्यायिक कार्यो से विरत रहकर अपना विरोध जताया। वकीलों के कार्य से विरत रहने के चलते पक्षकारों को मामलों की सुनवाई प्रभावित हुई। अभिभाषकों ने सोमवार को जिन मामलों की सुनवाई थी, उनके लिए आगे की तारीख ले ली थी। वकीलों के काम पर नहीं रहने के कारण कोर्ट परिसर भी सुनसान रहा।

ज्ञापन भी सौंपा गया

वकीलों द्वारा प्रतिवाद दिवस मनाए जाने के साथ प्रदेश के मुख्य न्यायाधिपति, उच्च न्यायालय जबलपुर के नाम जिला स्तर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के माध्यम से एवं प्रदेश के मुख्य सचिव के नाम जिला प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन सौंपा। जिला एवं सत्र न्यायधीश को सौंपे ज्ञापन में कहा गया कि उच्च न्यायालय कंडिशन एवं प्रेक्टिस अधिनियम 2012 में जिसका नोटिफिकेशन 17 जून 2012 को किया गया है, जिसमे  नियम 16  के द्वारा अधिवक्ता पर क्रिमिनल अवमानना की प्रोसिंडिंग होती है, को निरस्त किया जाए। क्यों कि अधिवक्ता इससे स्वतंत्र रुप से काम नहीं कर पाएगे और उनके अधिकारों का हनन होगा। इसी प्रकार मुख्य सचिव के नाम दिए ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि हाल ही में म.प्र. अधिवक्ता संघ के सदस्य मनोहरसिंह कौरव एवं हरिनारायण यादव जो कि दतिया और सागर के सदस्य है, उनके साथ पुलिस ने गलत व्यवहार किया है। दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति न हो इसके सख्त निर्देश दिए जाए। ज्ञापन देने के लिए कोर्ट परिसर में सभी अभिभाषक एकत्रित हुए और वहां से रैली के रुप में कलेक्टोरेट पहुंचे। ज्ञापन बार एसोसिएशन अध्यक्ष सुनील लाखोटिया के नेतृत्व में दिया गया। ज्ञापन का वाचन सचिव राजेश शर्मा ने किया। इस मौके पर अधिवक्ता संघ के उपाध्यक्ष अनिल सारस्वत, सदस्य धर्मेन्द्रसिंह चौहान, जितेन्द्र मेहता, कमलेश पालीवाल, विरेन्द्र कुलकर्णी, सतीश त्रिपाठी, आमीन खान, सुभाष उपाध्याय, सुनील पारिख, प्रवीण भट्ट,सतीश पुरोहित, शकील खान, हनीफ खान, नवनीत साहु, ओमप्रकाश बोरसिया, हेमंत चौरड़िया, भारतसिंह सोलंकी, नरेश केसरी, राजीव उबी आदि मौजुद थे।

 

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