रतलाम पर मंडराया स्वाइन फ्लू का खतरा,स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन बेखबर,निजी अस्पताल ने छुपाई जानकारी
रतलाम,29 सितंबर (इ खबर टुडे)। स्वाईन फ्लू जैसी खतरनाक बीमारी ने रतलाम में दस्तक दे दी है। स्वाईन फ्लू से पीडीत एक रोगी को इन्दौर ले जाकर उसका निजी अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को इसकी कोई जानकारी नहीं है। शहर पर स्वाईन फ्लू का कहर कभी भी टूट सकता है।
स्वाईन फ्लू जैसी खतरनाक जानलेवा बीमारी का एक भी रोगी मिलने पर प्रशासन को तुरंत सक्रिय हो जाना चाहिए। इसीलिए यह नियम बनाया गया है कि यदि किसी निजी अस्पताल में भी स्वाईन फ्लू का रोगी सामने आता है,तो इसकी सूचना तुरंत जिले के स्वास्थ्य विभाग या मुखय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दी जाएगी। लेकिन रतलाम के एक निजी अस्पताल ने स्वाइन फ्लू का एक रोगी अस्पताल में लाया जाने पर उसकी जानकारी ही प्रशासन से छुपा ली। शास्त्री नगर स्थित रतलाम हास्पिटल में करीब चार दिन पहले स्वाईन फ्लू के एक रोगी को लाया गया था। डाक्टर ने स्वाईन फ्लू के शुरुआती लक्षन दिखाई देने पर उक्त रोगी को तुरंत इन्दौर रैफर कर दिया। रोगी के परिजन उसे तुरंत इन्दौर लेकर गए और वहां उसका उपचार प्रारंभ हुआ। मिली जानकारी के अनुसार,अब रोगी की स्थिति संभली है और वह अब खतरे से बाहर बताया गया है।
लेकिन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को इस बात की अब तक कोई जानकारी नहीं है। इ खबरटुडे ने सीएमएचओ डॉ प्रभाकर ननावरे से उनके मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की,लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद इ खबर टुडे ने स्वास्थ्य विभाग की प्रभारी डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन से इस बारे में जानकारी ली। सुश्री जैन ने बताया कि अब तक उन्हे ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि रतलाम में स्वाईन फ्लू जैसी बीमारी का कोई रागी सामने आया है। उन्होने कहा कि वे अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी लेंगी।
स्वाईन फ्लू का रोगी सामने आने से यह स्पष्ट है कि शहर में स्वाईन फ्लू के वायरस सक्रिय हो चुके है। यह बीमारी संक्रामक रोग है और बेहज तेजी से फैलता है। यही कारण है कि स्वाईन फ्लू जैसी बीमारी का रोगी मिलने पर प्रशासन तुरंत सक्रिय होता है और संबधित इलाके में सफाई और रोगाणु मुक्त करने के लिए तुरंत विशेष अभियान चलाया जाता है। ताकि अन्य लोग इसकी चपेट में ना आ जाए। लेकिन रतलाम हास्पिटल द्वारा इस घटना की सूचना स्वास्थ्य महकमें को नहीं दिए जाने के कारण अब तक कहीं कोई हलचल नहीं हो सकी है।
चिंताजनक तथ्य यह भी है कि जिस रोगी में स्वाईन फ्लू के लक्षण पाए गए है,वह पिछले लंबे समय से रतलाम शहर से बाहर नहीं गया था। इसका अर्थ यह है कि स्वाईन फ्लू का संक्रमण कहीं बाहर से नहीं बल्कि रतलाम से ही हुआ है। चूंकि स्वाईन फ्लू के वायरस शहर में ही पनप रहे है और अब तक इसकी रोकथाम के लिए कोई प्रयास शुरु नहीं हुए हैं इसलिए यह जानलेवा खतरा किसी को भी अपनी चपेट में ले सकता है।
इ खबरटुडे ने रतलाम हास्पिटल के डॉ.नीलेश वाधवानी से उनके अस्पताल के फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन फोन पर मौजूद महिलाकर्मी ने ना तो उनका मोबाइल नंबर दिया ना ही उनसे बात करवाई।