भाजपा-जदयू में मंत्री पद विवाद के बाद महागठबंधन नेताओं ने कहा- नीतीश साथ आएं तो अच्छा रहेगा
पटना,04जून (इ खबरटुडे)। भाजपा और जदयू में मंत्री पद विवाद के बाद महागठबंधन के नेता नीतीश कुमार की वापसी चाहते हैं। उनका मानना है कि नीतीश के साथ आने से, राज्य में भाजपा को हराने-भगाने में सहूलियत होगी। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा- “भाजपा को भगाने के लिए विपक्षी दलों में एकजुटता होनी चाहिए।उनकी वापसी का वक्त आ गया है, क्योंकि आने वाले दिनों में भाजपा नीतीश को अपमानित और प्रताड़ित करेगी।” इधर, पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के नेता जीतनराम मांझी ने कहा, “भाजपा को हराने के लिए नीतीश यदि महागठबंधन के साथ आएं तो बहुत अच्छा रहेगा।”
नीतीश सोमवार को ‘हम’ की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए। नीतीश और मांझी गर्मजोशी से गले मिले और एक-दूसरे को बधाई दी। 24 घंटे के भीतर यह दूसरा मौका था, जब नीतीश और मांझी की मुलाकात हुई। इससे पहले मांझी रविवार को पटना के हज भवन में जदयू की इफ्तार पार्टी में अचानक पहुंच गए थे। उधर, जदयू के इफ्तार में भाजपा के नेता नदारद रहे। नीतीश 2017 में महागठबंधन (राजद, हम और कांग्रेस) को छोड़कर भाजपा के साथ आ गए थे।
दो दिन बाद ही नीतीश कैबिनेट में भाजपा से मंत्री शामिल नहीं
2 जून को बिहार में नीतीश कैबिनेट का तीसरा विस्तार हुआ। इसमें मंत्री परिषद में शामिल होने वाले सभी 8 नेता जदयू के चुने गए। कैबिनेट विस्तार में भाजपा विधायकों को जगह नहीं मिली, जबकि उसके कोटे का एक पद खाली है। उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने खाली मंत्री पद भरने के लिए भाजपा को ऑफर दिया था, लेकिन हम इस पर बाद में फैसला लेंगे। वहीं, नीतीश ने कहा था कि भाजपा से कोई मतभेद नहीं, एनडीए में सब कुछ ठीक है।