बमबम भोले शिव नगरी में श्रध्दालुओं का तांता
श्रावण-भादव उत्सव में बाबा महाकाल के आंगन में उमड़ेगी भीड़, 3 अगस्त से सवारियों का सिलसिला भी शुरु
उज्जैन,31 जुलाई(इ खबरटुडे)। सावन-भादो मास में 3 अगस्त से 7 सितंबर तक नगर में भगवान श्री महाकालेश्वर की 6 सवारियों निकाली जाएंगी जिनमें 1 प्रमुख शाही सवारी शामिल है। इसी प्रकार 19 अगस्त को नागपंचमी पर्व मनाया जाएगा। इन सभी अवसरों पर भगवान श्री महाकाल के दर्शन, सवारियों के दिन सवारी निकाले जाने तथा नाग पंचमी के दिन भगवान नाग चंद्रेश्वर के दर्शन की सभी व्यवस्थाएं उत्कृष्ट होनी चाहिएं, जिससे दर्शनार्थियों को सुगमता के साथ दर्शन हो सकें तथा सवारी के दौरान कोई अव्यवस्था न हो। वहीं श्रावण.भादव मास के दौरान श्री महाकालेश्वर मन्दिर के गर्भगृह में प्रवेश प्रत्येक शनिवार, रविवार एवं सोमवार को वर्जित रहेगा। इस वर्ष भी कावड़ यात्री श्री महाकालेश्वर मन्दिर में जलाभिषेक जलद्वार में लगे जल.पात्र के माध्यम से कर पायेंगे तथा इस प्रक्रिया को एलसीडी से देख भी सकेंगे। कावड़ यात्री भस्मार्ती प्रवेश द्वार से भस्मार्ती के पश्चात् विश्राम धाम से सभामण्डप होते हुए चांदी गेट के समीप आम दर्शनार्थियों में शामिल होकर जलाभिषेक कर महाकाल के दर्शन कर निर्गम रैम्प से बाहर निकल कर जूना महाकाल निर्गम से बाहर जायेंगे। सभी संबंधित विभाग अपने विभागों से संबंधित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। प्रशासन की और से कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने ये निर्देश श्री महाकालेश्वर की श्रावण.भादव मास में निकलने वाली सवारियों की व्यवस्थाओं के संबंध में दिये हैं।
श्रावण मास में प्रथम सवारी 3 अगस्त को, सरी 10 अगस्त को, तीसरी 17 अगस्त को, चौथी 24 अगस्त को, पांचवी 31 अगस्त को तथा प्रमुख शाही सवारी भादौ मास में 7 सितम्बर को निकाली जाएंगी।
श्रावण-भादव मास में निकलने वाली पांचों सवारियों का मार्ग महाकालेश्वर मंदिर से गुदरी चौराहा, कहारवाड़ी, रामघाट क्षिप्रा, रामानुजकोट, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौराहा, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार से होते हुए वापस महाकालेश्वर मंदिर होगा।
सवारी मार्ग में आवश्यकतानुसार बैरिकेटिंग की जाए। बताया गया कि इस व्यवस्था में लगभग 900 जालियां लगेंगी। साथ ही भीड़ नियंत्रण के लिए सवारी के साथ पर्याप्त संख्या में कर्मचारी रस्सों के साथ तैनात रहें। सवारी मार्ग के प्रमुख स्थानों पर वॉच टावर लगाए जाएंगे, जिनमें पुलिस बल तैनात किया जाएगा। मार्ग में प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा की दृष्टि से सीसी टीवी लगाए जाएंगे।
श्रावण-भादव मास में भगवान महाकाल के दर्शन के लिए दर्शनार्थी मंदिर के बाहर लगे बैरिकेट्स से होकर पश्चिम की ओर रैम्प से उतरकर सभामंडप से होते हुए नंदी हॉल में प्रवेश करेंगे। दर्शन के उपरांत दर्शनार्थी निर्गम रैम्प से निकलकर जूना महाकाल मंदिर होते हुए नवनिर्मित रैम्प अनादिकल्पेश्वर के पास से निर्माल्य द्वार से बाहर निकलेंगे।
नागपंचमी पर दर्शन व्यवस्था
19 अगस्त बुधवार को नागपंचमी पर्व पर गत वर्ष अनुसार भगवान महाकालेश्वर एवं नागचंद्रेश्वर के दर्शनों की पृथक पृथक व्यवस्था रहेगी। निरूशक्त, वृध्द एवं अशक्त व्यक्तियों को दर्शन के लिए विशेष सुविधा प्रदाय की जाए। सामान्य लाइन से दर्शनों के अलावा नाग पंचमी के दिन महाकालेश्वर एवं नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए सशुल्क विशेष दर्शन व्यवस्था के अंतर्गत दोनों के दर्शन के लिए पृथक पृथक 151.151 रूपये का टिकिट लेना होगा।
6 रविवारों में 20 कलाकार देंगे प्रस्तुतियां
बताया गया कि श्रीवण.भादौ मास में प्रत्येक रविवार को सायं 6.30 बजे से महाकाल प्रवचन हॉल में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अंतर्गत समस्त 6 रविवारों को कुल 20 कलाकार नृत्य, गायन एवं वादन की प्रस्तुतियां देंगे।
विजेन्द्र घाड़गे ने किये श्री महाकाल के दर्शन
फिल्म अभिनेता और होलकर घराने के सदस्य विजेन्द्र घाड़गे ने गुरूवार को महाकाल मंदिर पहुंचकर पूजन अभिषेक किया। यहां मंदिर समिति की और से उनका अभिवादन किया गया। श्री घाड़गे महाकाल दर्शन के पश्चात अन्य मंदिरों में भी देवदर्शन को पहुंचे।