पुलिस के आयोजन में दो तरह का खाना चर्चाओं में
रतलाम,2 जून (इ खबरटुडे)। समाज के विभिन्न वर्गों के बीच समरसता स्थापित करने के उद्देश्य से कुछ ही दिनों पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने समरसता भोज आयोजित कर दलित वर्ग के लोगों के साथ भोजन किया था। लेकिन पुलिस महकमे की सोच इसके विपरित है। पुलिस के हिसाब से खास और आम लोगों का भोजन अलग अलग तरह का होता है,इसलिए पुलिस के आयोजन में दो तरह का खाना बनाया गया। सामान्य लोगों के लिए सामान्य भोजन वहीं वीआईपी के लिए खास भोजन। ये अलग बात है कि वीआईपी के लिए आरक्षित स्थान पर कई वार्डस्तर के छोटे नेता मौजूद थे।
पुलिस के लिए बनाए गए नवनिर्मित आवासों के शुभारंभ के मौके पर आयोजित समारोह के बाद सहभोज की व्यवस्था रखी गई थी। इस सहभोज में अलग अलग वर्ग के लिए अलग अलग स्थान तो था ही,भोजन भी अलग प्रकार का था।
आयोजनकर्ताओं द्वारा कार्यक्रम की समाप्ति के तुरंत बाद मंच से ही सभी उपस्थित जनों को भोजन व्यवस्था की जानकारी दी गई। लोगों को बताया गया कि मंच के पीछे की ओर एक कक्ष पत्रकारों के लिए बनाया गया है,उन्हे वही अल्पहार करना होगा। जबकि उसी के आगे नेताओं के लिए विशेष पाण्डाल लगाया गया था। कार्यक्रम में आए पुलिस कर्मचारियों और अन्य सामान्य आमंत्रित लोगों के लिए मंच के सामने की ओर व्यवस्था रखी गई थी। आमतौर पर ऐसे आयोजन में व्यवस्था भले की अलग अलग स्थान पर की जाती है,लेकिन भोजन का मैन्यू वहीं होता है। लेकिन पुलिस अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों और नेताओं के लिए सामान्य लोगों के मैन्यू से अलग हटकर विशेष भोजन की व्यवस्था की थी। जबकि पत्रकारों और सामान्य आमंत्रित अतिथियों के लिए दूसरी तरह का भोजन रखा गया था। वीआईपी के लिए की गई भोजन व्यवस्था में वार्ड स्तर के कई ऐसे नेता भी थे,जो किसी भी तरह से वीआईपी की श्रेणी में नहीं आते। तमाम पुलिस अधिकारी,इन नेताओं की पूछपरख में व्यस्त थे,जबकि मीडीयाकर्मियों को सम्हालने की जिम्मेदारी दो थाना प्रभारियों को सौंप दी गई थी। कार्यक्रम के बाद पुलिस के दो तरह के खाने को लेकर चर्चाएं होती रही।