पत्नी पर गिरा बिजली का तार, चीख सुनकर बचाने पहुंचा पति, दोनों की मौत पर गांव में मातम छाया
बेगमगंज,12 जून (इ खबर टुडे)। क्षेत्र के ग्राम पिपरिया खुर्द में नहाते समय एक महिला के ऊपर बिजली का तार तेज हवा एवं आंधी के कारण टूटकर गिर गया, जिससे वह करंट की चपेट में आने से चीखकर तड़पने लगी।
पत्नी की चीख सुनकर जब उसका पति उसे बचाने के लिए दौड़ा और पत्नी पर गिरे बिजली के तार को पकड़कर अलग करना चाहा, तो वह भी करंट की चपेट में आ गया, जिससे पति-पत्नी दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
मामले की जानकारी लगते ही मौके पर बड़ी संख्या में आसपास के लोग पहुंच गए। घटना की जानकारी लगते ही मौके पर प्रशासानिक अधिकारी पहुंचे। वहीं गांव में पति-पत्नी की मौत के बाद मातम छा गया।
पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला ने बताया कि ग्राम पिपरिया खुर्द निवासी 65 वर्षीय रामसिंह पुत्र प्यारेलाल यादव की 60 वर्षीय पत्नी कु सुम रानी यादव शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे घर के बाहर बने अपने बाथरूम में नहा रही थी कि अचानक तेज हवा आंधी चलने से बिजली का तार जो कि खंभे से उनके घर तक आया हुआ था। टूटकर गिर गया, जिससे करंट की चपेट आने से महिला की चीख निकल गई और वह तड़पने लगी।
उसकी आवाज सुनकर उसका पति रामसिंह यादव जब उसको बचाने के लिए दौड़ा और उस पर से बिजली का तार अलग करना चाहा तो वह भी करंट की चपेट में आ गया और दोनों की करंट लगने से घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के भतीजे महाराज सिंह यादव पिता राजाराम यादव की सूचना पर मर्ग कायम कर विवेचना में लिया है। दोनों मृतकों के पीएम कराने के बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिए हैं। वहीं जब गांव से पति-पत्नी की एकसाथ अर्थियां उठीं, लोगों की आंखों में आंसू आ गए।
तीन पुत्र और पांच पुत्रियां हैं
मृतक गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करता था। बीपीएल कार्ड होने के कारण सरकारी गेहूं चावल मिल जाते थे एवं दोनों पति-पत्नी को सामाजिक पेंशन में वृद्धा पेंशन 600-600 रुपये प्रतिमाह मिलती थी। उनका तेंदूपत्ता श्रमिक कॉर्ड भी है, जिससे उनकी गुजर-बसर चल रही थी। मृतक के तीन पुत्र एवं 5 पुत्रियां हैं, जिनके विवाह हो चुके हैं। बड़ा पुत्र सिलवानी एवं मंझला पुत्र भोपाल में रहकर मजदूरी करते हैं। एक 18 वर्षीय पुत्र साथ में रहता था।
गांवों में झूल रहे हैं बिजली के तार
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के तार झूल रहे हैं, जिससे हादसों का डर बना रहता है। वहीं कु छ क्षेत्रों में बिजली के तार इतनी नीचे हैं कि हाथ से भी पकड़ सकते हैं, लेकि न इस ओर बिजली कंपनी के अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं। यही कारण है कि ऐसे हादसे हो जाते हैं। बारिश का सीजन शुरू हो गया है, लेकि न अभी तक मेंटनेंस का कार्य शुरू नहीं हुआ है। कई बिजली के पोल भी गिर रहे हैं, लेकि न इन्हें दुरुस्त नहीं कि या जा रहा है।
खुली पड़ी हैं डीपी
शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी डीपी खुली पड़ी हुई हैं। डीपी के बाक्स गायब हो गए हैं, जिससे खतरा मंडराता रहता है। हर साल बिजली कंपनी लाखों रुपये बिजली मेंटेनेंस के लिए खर्च करती है। बावजूद इसके इनमें बाक्स नहीं लगाएं जाते हैं। वहीं कई घरों के ऊपर से हाइटेंशन लाइन गुजरी हुई है।
सर्विस लाइन के तार से लगा है करंट
मृतक रामसिंह यादव या उनके परिवार में कि सी का कोई वैध कनेक्शन नहीं है। बिजली का तार जो उनकी सर्विस लाइन थी वो खंभे से अवैध रूप से डग्गा डालकर घर तक लिया गया था। मृतक वैध कनेक्शनधारी नहीं है। अवैध डग्गे वालों के खिलाफ पूर्व की भांति कार्रवाई फिर से शुरू की जा रही है-अमित पयासी, सहायक प्रबंधक बिजली कंपनी बेगमगंज