नगर पालिका और बिजली कंपनी की गुल्लक बंद हुए नोटों ने भरें
रतलाम 21 नवम्बर (इ खबरटुडे)।1000 व 500 के नोट बंद होने से आमजन भले ही परेशान हों, लेकिन नगर पालिका और बिजली कंपनी के लिए नोटबंदी फायदेमंद साबित हो रही है। चलन से बाहर हुए इन नोटों ने बिजली कंपनी और नगर पालिका के खजाने को भर सा दिया है।नगर पालिका ने तीन दिन में ही पुराने हो चुके नोटों से इतना टैक्स जमा करा लिया, जितना एक साल में भी नहीं होता। उधर बिजली कंपनी में उन लोगों ने पुराने नोटों से बिल जमा करा दिया जिन्होंने, कई साल से बिल अदा नहीं किया था।
9 नवंबर से 1000 व 500 के नोट चलना बंद हो गए। इससे हाहाकार जैसे हालात हो गए, लेकिन नगर पालिका ने इन्हीं पुराने नोटों से टैक्स का पैसा जमा कराने के निर्देश देकर लोगों को कुछ राहत दी। जितना सुकून टैक्स चुकाने वाले लोगों को महसूस हुआ उससे ज्यादा फायदा नगर पालिका को भी हुआ।
नगर पालिका ने मात्र तीन दिन 12 से 14 नवंबर तक पुराने नोटों से जलकर, संपत्तिकर समेकेतिक कर, दुकानों का किराया व दुकान प्रीमियम की राशि जमा कराई। बंद हो चुके नोटों से तीन दिन में ही एक साल के बराबर टैक्स आ गया।
बिजली कंपनी की वसूली ने बनाया रिकॉर्ड
बंद हुए नोटों से बिजली कंपनी ने राजस्व वसूली का रिकॉर्ड बना दिया है। 10 दिन में बिजली कंपनी के पास 3 करोड़ 65 लाख रुपए आ चुका है। अभी 24 नवंबर तक बिजली कंपनी पुरानों नोटों से भी बिल का पैसा जमा करेगी। इस लिहाल से 5 करोड़ रुपए तक का राजस्व आने की उम्मीद है। बिजली कंपनी के अफसर भी नोटबंदी के कारण बढ़े राजस्व से खुश नजर आ रहे हैं क्योंकि अब तक बिजली कंपनी को एक महीने में एक से सवा करोड़ रुपए का राजस्व ही आता है। लेकिन अब 15 दिन में यह तीन गुना तक हो जाएगा।