दुनिया देख रही है देश का दम, राजपथ पर उतरे ब्रह्मोस से लेकर T-70 टैंक
दिल्ली ,26 जनवरी(इ खबरटुडे)। देश आज 69वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस मौके पर राजपथ पर परेड निकाली जाएगी, तीनों सेनाएं परेड में अपना जौहर दिखाएंगीं. इस बार गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आसियान देशों के प्रमुख शामिल हो रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह ही देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं.परेड में पूर्व सैनिकों की झांकी की भी निकाली गई. इनमें अर्जन सिंह, जनरल वीएस करियप्पा समेत कई पूर्व सैनिकों की झांकी भी निकाली गई. हथियारों के बाद अब सेना की टुकड़ियों की परेड शुरू हो गई है. सबसे पहले पंजाब रेजिमेंट, मद्रास रेजिमेंट, मराठा रेजिमेंट, डोगरा रेजिमेंट, राजपूताना रेजिमेंट के जवान परेड में शामिल हुए.
राजपथ पर परेड में सबसे पहले भारत के युद्ध टैंक की क्षमता दिखाई गई. इनमें ब्रह्मोस, T-70 टैंक, अग्नि मिसाइल शामिल रहे.परेड की शुरुआत आसियान देशों के राष्ट्रीय ध्वजों के साथ हुई. यह पहली बार है कि परेड की शुरुआत किसी अन्य देश के दस्ते के साथ हुई हो.
इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वायुसेना के शहीद गरुड़ कमांडो जेपी निराला को शांतिकाल के सबसे बड़े वीरता सम्मान अशोक चक्र से सम्मानित किया. शहीद गरुड़ कमांडो जेपी निराला को मरणोपरांत अशोक चक्र से नवाजा गया. उनकी पत्नी ने राष्ट्रपति से सम्मान प्राप्त किया. सम्मान देते वक्त राष्ट्रपति कोविंद भावुक भी हो गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का राजपथ पर स्वागत किया. राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजपथ पर आसियान देशों के प्रमुखों का स्वागत किया. सभी आसियान प्रमुख गमछा पहन कर आए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमर जवान ज्योति पहुंच शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनके साथ तीनों सेना के प्रमुख और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद रहे. अमर जवान ज्योति के बाद पीएम मोदी राजपथ पहुंचे, जहां उनका स्वागत रक्षामंत्री ने किया.
गणतंत्र दिवस के मौके पर देशभर में कई जगह कई कार्यक्रम किए जाएंगे. राजधानी में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. हजारों सुरक्षाकर्मियों को किसी भी आतंकी हमले या अप्रिय घटना को रोकने के लिए तैनात किया गया है.
मेहमान बुलाने की ये है नीति
हर साल हमारा देश गणतंत्र दिवस के समारोह में किसी राष्ट्राध्यक्ष को चीफ गेस्ट के रूप में आमंत्रित करता है. इस बार सिर्फ एक नहीं बल्कि आसियान के 10 राष्ट्राध्यक्ष गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि बन रहे हैं. साल 1950 से ही गणतंत्र दिवस के चीफ गेस्ट का एक प्रतीकात्मक महत्व रहा है. वैश्विक राजनीति में भारत की भूमिका और नीति के मुताबिक यह चुनाव किया जाता रहा है.
इस साल आसियान के देशों के राष्ट्राध्यक्षों को बुलाना इस बात का प्रतीक है कि पूर्वी एशिया में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए भारत ‘एक्ट ईस्ट’ नीति पर जोर दे रहा है.
गणतंत्र दिवस परेड में इन देशों के प्रमुख शामिल हुए
ब्रुनेई
म्यांमार
कंबोडिया
इंडोनेशिया
लाओस
मलेशिया
फीलिपींस
सिंगापुर
थाइलैंड
वियतनाम
शार्पशूटर्स किए गए हैं तैनात
देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ से लाल किले तक 8 किलोमीटर लंबी परेड मार्ग पर नजर रखने के लिए मोबाइल हिट टीम, विमान-रोधी प्रणालियों और शार्पशूटर्स को तैयार रखा गया है.
ऊंची इमारतों पर शूटरों को तैनात किया गया है, वहीं बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरों की मदद से परेड मार्ग पर आवाजाही कर लोगों पर नजर रखी जा रही है. हवाई क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए विमान-रोधी बंदूकों सहित हवाई सुरक्षा के व्यापक इंतजाम भी किए गए हैं.
दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के 60,000 जवानों को मध्य दिल्ली में तैनात किया गया है. सुरक्षाकर्मियों ने भीड़-भाड़ वाले बाजारों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अधिक महत्व वाले प्रतिष्ठानों को संवेदनशील स्थानों के रूप में चिन्हित किया है और उन्हें सुरक्षित बनाने की पूरी तैयारी की गई है.
जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट
जम्मू-कश्मीर आतंकियों के निशाने पर रहता है जिसके चलते इस मौके पर यहां हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. गणतंत्र दिवस के मौके पर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं. संवेदनशील क्षेत्रों सहित चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात हैं. संदिग्ध गतिविधियों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है.