दिनभर का अनशन तोडने के बाद वरिष्ठ नेता हिम्मत कोठारी ने कहा,शहर विधायक और महापौर का रवैया दुभाग्यपूर्ण
रतलाम,15 मार्च (इ खबरटुडे)। सडक़ चौडीकरण के लिए तोडे गए अतिक्रमण के खिलाफ दिन भर का अनशन करने के बाद केबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष हिम्मत कोठारी ने आज यहां कहा कि शहर विधायक और महापौर दोनो का रवैया बेहद दुभाग्यपूर्ण है। प्रशासन ने निर्दयतापूर्वक लोगों के घर और दुकानें तोड दी,लेकिन चुने हुए जनप्रतिनिधि इस ओर देखने तक को तैयार नहीं है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता हिम्मत कोठारी आज सुबह से स्थानीय बाजना बस स्टैण्ड चौराहे पर मौन अनशन पर बैठे थे। बुधवार को जिला प्रशासन ने एक साथ छ: जेसीबी मशीनें लगाकर बाजना बस स्टैण्ड क्षेत्र के कई अतिक्रमणों को ध्वस्त किया था। इस दौरान प्रशासन को लोगों के कडे विरोध का सामना करना पडा था। यहां तक कि कई लोग जेसीबी मशीनों के आगे लेट गए थे। जिस समय यह घटना हो रही थी श्री कोठारी शहर में नहीं थे। बीती शाम उनके रतलाम लौटने के बाद क्षेत्र के नाराज नागरिकों ने उनसे मुलाकात कर मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था। आज सुबह श्री कोठारी घटनास्थल पर पंहुचे और उन्होने सुबह ही मौन अनशन प्रारंभ कर दिया। पूरे दिन उन्होने पानी तक नहीं पिया।
विधायक और महापौर का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण
शाम को अनशन समाप्त करने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि शहर के विधायक और महापौर दोनों ही भाजपा के है। नागरिकों के साथ इस तरह का अत्याचार हुआ है,इसके बावजूद जनप्रतिनिधियों द्वारा उनकी उपेक्षा किया जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होने कहा कि वे मामले को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संज्ञान में लाएंगे और उन्हे पूरा विश्वास है कि संवेदनशील मुख्यमंत्री लोगों के साथ पूरा न्याय करेंगे।
मुआवजा देने की मांग
श्री कोठारी ने कहा कि शहर में जहां कहीं फोरलेन बनाए गए है.उनकी चौडाई अस्सी फीट रखी गई है। जहां यातायात का दबाव अधिक है वहां भी चौडाई अस्सी फीट ही है। लेकिन किसी षडयंत्र के तहत बाजना बस स्टैण्ड रोड पर फोरलेन की चौडाई एक सौ चार फीट करने की बात कही जा रही है। उन्होने कहा कि वे फोरलेन के या विकास योजना के विरोधी नहीं है। लेकिन जिस तरह गैर जरुरी ढंग से लोगों पर अत्याचार किए गए है,उसे लेकर वे संघर्ष करेंगे और लोगों को न्याय दिलाएंगे। श्री कोठारी ने कहा कि मास्टर प्लान में भी इस सडक़ को साठ फीट का रखा गया है। उन्होने प्रशासनिक अधिकारियों को आडे हाथों लेते हुए कहा कि जिला प्रशासन ने लोगों के साथ धोखाधडी की है। प्रशासन बेलगाम और निरंकुश हो गया है।
उन्होने कहा कि प्रशासन ने नियमानुसार बनाए गए मकानों और दुकानों को भी बिना पूर्व सूचना के तोड दिया है। एक महिला के साथ मारपीट की गई। एक घर में लोग मौजूद थे,उस समय जेसीबी से मकान तोडा गया। गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ। श्री कोठारी ने कहा कि अब एक ही उपाय है कि जिन लोगों के मकान अन्यायपूर्ण ढंग से तोडे गए है उन्हे इसका पूरा मुआवजा दिया जाए।
भाजपा की कलह सतह पर
उल्लेखनीय है कि इस घटनाक्रम से भाजपा की अंदरुनी कलह भी सतह पर आ गई है। राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष शहर विधायक चैतन्य काश्यप सडक़ की चौडाई एक सौ चार फीट करने के पक्ष में है। जबकि श्री कोठारी इसका विरोध कर रहे है। यही कारण है कि उन्होने बेहिचक शहर विधायक के रवैये को दुभाग्यपूर्ण करार दे दिया।