दार्जलिंग से पत्थर लाकर जबलपुर में बनाये गहने,पत्थरों को तराश कर बनाये गये नगीने
रतलाम 14 फरवरी(इ खबरटुडे)। हस्तकला का बेजोड़ नमूना पेश करते हुए कलाकरों ने पत्थरों को ऐसा निखार दिया कि वह गहनों में शुमार हो गये। रतलाम रोटरी हाॅल में चल रहे हस्तशिल्प मेले में पत्थरों को तराशकर बनाये गए गहनों की भारी मांग है। कलाकारों ने दार्जलिंग से पत्थर लाकर जबलपुर में इन्हें गहनों की शक्ल दी है।रतलाम में प्रथम बार आये कलाकर जयप्रकाश प्रबुद्ध इस बार मेले में विशेष आकर्षण का केन्द्र बने हुए है। इनके द्वारा बनाये गए गहनों पर महिलाओं की निगाह बरबस ही टिक जाती है। कलाकार जयप्रकाश प्रबुद्ध बताते है कि गहने सनस्टोन से बनाये जाते है। सनस्टोन मूलतः दार्जलिंग के कंचन जंगा पर्वत में मिलता है जिसकी फिनिशिंग जबलपुर में होती है। प्रबुद्ध भेड़ाघाट व दार्जलिंग के स्टोनों को मिलाकर अद्भुत ज्वैलरी बनाते है वे स्टोन को पिघला कर विभिन्न आकार देते है, जैसे -स्टार, आॅवल, ट्रेग्युलर सहित कई प्रकार के शेप देकर कई प्रकार की ज्वैलरी बनाते है।
जयप्रकाश बताते है कि दार्जलिंग से प्राप्त होेने वाले स्टोन का रंग कत्थई होता है इसकी चमक सितारों की तरह रहती है। इसकी ज्वैलरी इतनी खुबसूरत होती है कि सहज ही निगाहे इस पर टिक जाती है। इस स्टोन से नेक्लेस, रिंग, चेन, पायल सहित कई प्रकार के गहने बनाये जाते है। ये ज्वैलरी 30 रूपये से लेकर तीन हजार रूपये तक की होती है।
मेला प्रभारी दिलीप सोनी द्वारा बताया गया कि ये ज्वैलरी रतलाम में प्रथम बार आई है जिसे रतलाम के कला प्रेमियों द्वारा काफी सराहा जा रहा है। मेले में भोपाल की जूट सामग्री, बुधनी का लेकरवेयर, बाग प्रिन्ट की काॅटन साड़ियां व सलवार सूट विशेष तौर पर पसन्द किये जा रहे है। मेला प्रातः 9 से रात्रि 11 बजे तक रोटरी हाॅल अजन्ता टाॅकिज रोड़ रतलाम पर सभी के लिए पूर्णतः निशुल्क खुला रहेगा।