तथ्यों के साथ बैठक में उपस्थित रहें – कलेक्टर
निश्चित समयसीमा में विभागीय जॉच की कार्यवाही पूर्ण करें
रतलाम ,24 जुलाई (इ खबरटुडे)। कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने आज समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में जिला अधिकारियों को निर्देशित किया कि बैठक में तथ्यात्मक रूप से जवाब दें गोलमाल तरीके से जवाब देने की कोशिश न करें। बैठक में आने से पहले एक बार स्वयं अपने प्रकरणों की समीक्षा कर सम्पूर्ण जानकारियों को संकलित करें। बगैर तैयारी और सम्पूर्ण जानकारियों के अभाव में बैठक में आकर सबका समय जाया न करें।
बैठक में आने से पहले स्वयं प्रकरणों की समीक्षा करें
पूर्व में दिये गये निर्देशों के अनुरूप आज की गई समीक्षा में अधिकारियों से समुचित उत्तर नहीं मिलने पर कलेक्टर ने अधिकारियों से अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए हिदायत दी कि अगली बैठक में प्रकरणों का निराकरण किया जाकर अवगत कराया जाये। कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने विभागीय जॉच के प्रकरणों में अनावश्यक विलम्ब पर भी नाराजगी व्यक्त की। उन्होने निश्चित समयसीमा में जॉच पूर्ण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने गत समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में दिये गये निर्देश एवं समीक्षा के तय किये गये मानकों के अनुरूप जिला अधिकारियों के द्वारा संतोषजनक उत्तर नहीं देने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि टी.एल. के प्रकरणों को गम्भीरता से लें और गम्भीरतापूर्वक उनके समाधान कारक उत्तर समीक्षा बैठक में दें। अनावश्यक विलम्ब न करें और टालमटोल करते हुए गोलमाल जवाब बैठक में देने की बिल्कुल भी कोशिश न करें। कलेक्टर ने हिदायत दी कि पूर्ण तैयारी के साथ बैठक में आये। उन्होंने विभागीय जॉचों के प्रकरणों में महिनों से हो रहे विलम्ब और समय पर जॉच प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं करने पर भी नाराजगी व्यक्त की। कलेक्टर ने कहा कि विभागीय जॉचों के प्रकरण में एक निश्चित समयसीमा में जॉच की कार्यवाही पूर्ण किया जाना सुनिश्चित किया जाये। जिन जॉच अधिकारियों के द्वारा समयसीमा में जॉच प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं किये जायेगे उन्हें आगामी समय में कारण बताओं सूचना पत्र जारी किये जायेगे।
कार्यालय से बाहर निकलें, मैदानी भ्रमण करें
कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने जिला अधिकारियों को कार्यालय से बाहर निकलकर मैदानी क्षेत्र का भ्रमण करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा हैं कि सप्ताह में तीन दिन मैदानी क्षेत्र का भ्रमण कर विभागीय गतिविधियों का अवलोकन करें। वे शाला गुणवत्ता सुधार पोर्टल पर प्रधानाध्यापकों के द्वारा उपस्थिति संबंधी किये जाने वाले एसएमएस की समीक्षा कर रही थी। कार्यक्रम समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान रामेश्वर चौहान द्वारा बताया गया कि प्रधानाध्यापकों के द्वारा एसएमएस नहीं किये जा रहे है। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी, कार्यक्रम समन्वयक, विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक और सहायक कार्यक्रम (सर्व शिक्षा अभियान) को नियमित रूप से शालाओं का भ्रमण करने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा हैं कि भ्रमण के दौरान संबंधित शालाओं के प्रधानाध्यापकों के मोबाईल से पोर्टल पर एसएमएस किये जाये ताकि वस्तुस्थिति का पता चल सकें कि एसएमएस दर्ज हो रहे हैं या नहीं। उल्लेखनीय हैं कि पोर्टल पर सौ से भी कम प्रधानाध्यापकों के द्वारा मैसेस भेजे जा रहे है।
निराकरण नहीं हुआ तो अगले माह स्वास्थ्य विभाग का वेतन नहीं निकलेगा
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की समयसीमा के प्रकरणों का समय पर निराकरण नहीं होने पर आज बैठक में नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अगले एक माह में यदि शिकायतों का निराकरण नहीं हुआ तो स्वास्थ्य विभाग के किसी भी कर्मचारी एवं अधिकारी का वेतन आहरित नहीं किया जायेगा। उन्होने निर्दंेश दिये कि जिन मरीजों का उपचार होना हैं उनके आने का इंतजार न करें। उन्हें फोन कर बुलायें। आशा कार्यकर्ता के साथ उन्हें खण्ड चिकित्सा अधिकारी के पास भिजवाये। वहां से प्रकरण तैयार करवाये। आवश्यकता होने पर प्रकरण के संबंध में कलेक्टर से अनुमोदन प्राप्त करें और मरीजों का उपचार करायें। कलेक्टर ने इंदौर के अंग दान सेंटर से सम्पर्क कर ऐसे मरीजों के नाम वहां की सूची में जुड़वाने के निर्देश दिये हैं जिन्हें किडनी जैसे अंगों की आवश्यकता है।
जिम्मेदारी का निर्वहन करें और एफआईआर दर्ज करायें
कलेक्टर ने उप संचालक कृषि ज्ञानसिंह मोहनिया को जिम्मेदारी का भलीभांति निर्वहन करने के निर्देश दिये है। उन्होने कहा हैं कि जो कार्य उनके अधिकार क्षेत्र में आते हैं उन्हें निःसंकोच होकर करें। कलेक्टर ने गुणवत्ताविहीन बीज विक्रेता के विरूद्ध तीन दिवस मंे एफआईआर दर्ज कराकर अवगत कराने के निर्देश आज समयसीमा की बैठक में पुनः दिये। उन्होने कहा कि अधिकारों का दृढ़ता से उपयोग करें कार्यवाही से बचने की कोशिश न करें। उल्लेखनीय हैं कि श्रीमती सुन्द्रियाल ने विगत सोमवार को भी एक कृषक की शिकायत पर कि बीज विक्रेता से खरीदे गये बीज का समुचित अंकुरण नहीं होने पर कृषि विभाग द्वारा मात्र लायसेंस निरस्तीकरण की कार्यवाही को पर्याप्त न मानते हुए एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये थे।
न टारगेट, न टाईम लाईन, कैसी हैं यह कार्य योजना
शुन्य से पॉच वर्ष और पॉच वर्ष से 18 वर्ष तक के बच्चों के आधार पंजीयन के लिये समुचित कार्य योजना नहीं बनाने पर कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने एकीकृत बाल विकास सेवा की परियोजना अधिकारी श्रीमती सुषमा भदोरिया से पुछा कि यह कार्य योजना कैसी हैं जिसमें न कोई टारगेट हैं और न ही टाईम लाईन। गत समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में शुन्य से पॉच वर्ष तक के बच्चों के आधार पंजीयन के लिये कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश पर श्रीमती भदोरिया ने आज की बैठक में कार्य योजना प्रस्तुत करने को आश्वस्त किया था। आज बैठक में पुनः पिछली बैठक का जवाब दोहराने पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने एकीकृत बाल विकास सेवा, जिला कार्यक्रम समन्वयक और ई-गवर्नेस प्रबंधक को साथ में बैठकर दो दिन में एक जनपद में आधार पंजीयन के कार्य के लिये विस्तृत कार्य योजना बनाकर सीईओ जिला पंचायत के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिये है।
अपात्र हैं तो लिखित में सूचित करें
कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने अधिकारियों को निर्देशित किया हैं कि योजनाओें की पात्रता की श्रेणी में न आने वाले आवेदनकर्ताओं को लिखित में सूचित किया जाये। उल्लेखनीय हैं कि जन सुनवाई एवं अन्य मंचों पर प्रायः विभिन्न मांगांे को लेकर आवेदन पत्र प्रस्तुत किये जाते है। पात्रता की श्रेणी में न आने एवं जानकारी के अभाव में जनता को अनावश्यक परेशानी उठाना पड़ती है। कलेक्टर ने कहा हैं कि ऐसे तमाम मांगकर्ताओं एवं आवेदनकर्ताओं को जिनकी मांगे पूरा किया जाना नियमानुसार सम्भव नहीं है। उन्हें लिखित में सूचना देकर अवगत कराया जायें कि पात्रता के अभाव में उन्हें इच्छित शासकीय योजना से लाभान्वित नहीं किया जा सकता।
जीर्ण शीर्ण पानी की टंकी गिराये, जनभागीदारी से नयी टंकी बनवायें
समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में आज कलेक्टर ने बाजना में जीर्ण शीर्ण पानी की टंकी को गिराने पर आमजन को पेयजल की आपूर्ति के संबंध में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के कार्यपालन यंत्री के.पी.वर्मा से पड़ताल की। श्री वर्मा ने बताया कि पुरानी टंकी के स्थान पर नयी टंकी जनभागीदारी से बनाकर दी जायेगी। टंकी की अनुमानित लागत 15 लाख रूपये के लगभग रहेगी। ग्राम पंचायत को कुल लागत की तीन प्रतिशत राशि मात्र पैतालिस हजार रूपये जमा करानी होगी।उक्त राशि भी पॅाच साल बाद मय ब्याज के ग्राम पंचायत को लौटा दी जायेगी। तब तक बाजना के निवासियों को सीधे घरों में ट्युबवेल से पानी की आपूर्ति की जायेगी। कलेक्टर ने तत्काल सैलाना एसडीएम अनिल भाना को दूरभाष पर सरपंच से चर्चा कर कार्यवाही करने को निर्देशित किया हैं। उन्होने कहा हैं कि टंकी के गिरने पर यदि जनधन की हानि होती हैं तो निश्चित ही जवाबदेहिता तय की जायेगी।