डा.एमबी शर्मा नर्सिंग कालेज की मान्यता निरस्त,छात्रों का भविष्य अंधकार में
डा.शर्मा के कालेजों ने दी भ्रामक जानकारियां,पीजी कोर्सेस भी स्वीकृत नहीं
रतलाम,२२ मई (इ खबरटुडे)। शहर में होम्योपैथी,आयुर्वेदिक और नर्सिंग कालेजों का संचालन कर रहे शहर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.राजेश शर्मा के नर्सिंग कालेज को शासन ने मान्यता नहीं दी हैं। कालेज प्रशासन ने विभाग को भ्रामक जानकारियां दी थी,इसी वजह से मान्यता रद्द की गई। डा.शर्मा के तीन कालेजों की अनुमतियां निरस्त होने से यहां के छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। शहर के अन्य निजी कालेजों में भारी अनियमितताएं की जा रही है।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के खास कहे जाने वाले शहर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.राजेश शर्मा शहर में चार कालेज संचालित करते है। उनका पहला कालेज हौम्योपैथी का था। इसके बाद उन्होने अपने व्यवसाय का विस्तार करते हुए आयुर्वेदिक कालेज और फिजियोथैरेपी कालेज भी प्रारंभ कर दिए थे। पिछले कुछ वर्षों से वे नर्सिंग कालेज की स्थापना के लिए प्रयासरत थे। हांलाकि डा.राजेश के तमाम कालेजों में सरकारी नियम कायदों की खुली धज्जियां उडाई जाती रही है,लेकिन अधिकारियों और निरीक्षणकर्ताओं को येन केन प्रकारेण सैट करके वे सभी कालेजों को चलाने में सफल रहे है।
पिछले कुछ समय से वे जोर शोर से शहर में नर्सिंग कालेज की स्थापना के लिए प्रयासरत थे और साथ ही हौम्योपैथी व आयुर्वेदिक कालेज में स्नातकोत्तर स्तर की मान्यता लेने हेतु प्रयासरत थे। मजेदार बात यह है कि उच्च शिक्षा विभाग की अनुमति मिलने से पहले ही उन्होने प्रवेश प्रक्रिया भी शुरु कर दी और प्रवेश के नाम पर मोटी फीस छात्रों से वसूली गई।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा हाल में जारी आदेशों ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.राजेश शर्मा को जोरदार झटका दिया है। उच्च शिक्षा विभाग ने डा.शर्मा के हौम्योपैथी और आयुर्वेदिक कालेज में पीजी कोर्सेस को अनुमति देने से तो इंकार किया ही है,नए नवेले नर्सिंग कालेज को भी मान्यता देने से इंकार कर दिया है। उच्च शिक्षा विभाग के आदेश में कहा गया है कि कालेज संचालक ने अनुमति हासिल करने के लिए भ्रामक जानकारियां दी,इसलिए अनुमति निरस्त की गई है।
अधिकारिक जानकारी के मुताबिक उच्च शिक्षा आयुक्त ने डा.राजेश शर्मा के पं.शिवशक्तिलाल शर्मा आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में एमडी आयुर्वेद पूर्वाध्र्द का कोर्स चालू करने के लिए अनुमति मांगी थी। इसी तरह डिस्ट्रीक्ट हौम्योपैथिक मेडीकल कालेज एण्ड हास्पिटल में एमडी हौम्योपैथिक कोर्स के लिए आवेदन किया गया था। आयुक्त उच्च शिक्षा द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कालेज प्रशासन ने कालेज भवन के स्वामित्व के सम्बन्ध में भ्रामक जानकारियां प्रस्तुत की है। इसी के साथ दोनो कालेजों को आयुष विभाग द्वारा अनुमति नहीं दी गई है। अत: इनके आवेदन निरस्त किए गए है। इसी तरह डा.एमबी शर्मा नर्सिंग कालेज रतलाम को बीएससी नर्सिंग और पोस्ट बैसिक नर्सिंग बीएससी की अनुमति का प्रकरण निरस्त कर दिया गया है।
छात्रों का भविष्य अंधकारमय
अपने राजनीतिक प्रभाव और धनबल से तमाम अनियमितताओं के बावजूद बेखटके चार चार कालेजों का संचालन करने वाले डॉ.राजेश शर्मा के नर्सिंग कालेज को अनुमति नहीं मिलने और आयुर्वेद व हौम्योपैथी के पीजी कोर्सेस को मान्यता नहीं मिलने से कई छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। डॉ.शर्मा ने नर्सिंग कालेज के लिए अनुमति मिलने से पहले ही प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ करवा दी थी। इसी तरह हौम्योपैथी और आयुर्वेदिक कालेजों के छात्रों को पीजी में प्रवेश देने के लिए उनसे मोटी फीस वसूल ली गई थी। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने से अब इन छात्रों के सामने बडा संकट खडा हो गया है। जो मोटी रकमें छात्रों ने कालेजों में जमा कराई है,उनकी वापसी की कतई संभावना नहीं है। ये छात्रों की ये समस्या भी है कि वे अब जाए तो जाए कहां?