November 20, 2024

खाद्य विभाग के सुस्त के रवैये से नगर में मिलावट का धंधा चरम पर

रतलाम,01 अगस्त(इ खबरटुडे)।प्रदेश में रतलाम जिला अपने खाद्य उत्पादनो की वजह से देश-विदेश में अपनी पहचान रखता है। जहां नगर में तैयार होने वाले उत्पादन पर नगर की प्रतिष्ठा निर्भर करती है। वही इन उत्पादनों में गुणवत्ता का अभाव व मिलावट नगर की प्रतिष्ठा को धूमित करती है।ऐसे संस्थानों को रोका जाना जरूरी है जो थोड़े से मुनाफ़े के लिए लोगो के विश्वास को जीत कर उनके सेहत से खिलवाड़ करते है।रतलाम नगर के कई बड़े नामी संस्थान में अपने खाद्य उत्पादनो में मिलावट का धंधा जोरोशोरो से चला रहे है। इन संस्थानों पर तैयार किये जाने वाले उत्पादन संदेह योग्य है। नगर में तैयार किये जाने वाले खाद्य जैसे घी ,मावा ,दूध ,पनीर ,मिठाईया इन सबके के अलावा बाजार में मिलने वाले तेल से बनने वाले खाद्य उत्पाद है जिनमे इन दिनों मिलावट सबसे ज्यादा की जा रही है। अपने मोटे मुनाफे के चक्कर में भारी मिलावट का खेल खेलकर लोगों की ¨जिदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। तेल के धंधे से जुडे कई लोग सरसों की पेराई व तेल में कई ऐसी वस्तुओं के मिलावट कर रहे हैं जो काफी सस्ती है।

इन संस्थानों को सबसे बड़ा फ़ायद इस बात का है की शहर में मिलावटखोरी और खाने-पीने के सामान की जांच कराने की कोई सुविधा नहीं है। खुद खाद्य एवं औषधि विभाग के कर्मचारी भोपाल स्थित लैब पर निर्भर हैं। यहां से कई महीनों में भेजे गए सामान की जांच रिपोर्ट आती है। तब तक मिलावटखाेरों और गड़बड़ी करने वालों को अफसरों से मिलीभगत करने का पूरा मौका मिल जाता है।

सेव उत्पाद मेँ सबसे ज्यादा लापरवाही देखी गई
रतलाम नगर अपने नमकीन हेतु पूरी दुनिया में लोकप्रिय है। लेकिन सबसे ज्यादा मिलावट इसी क्षेत्र में देखी गई है। सेव व्यवसायी सेव तैयार करने के दौरान एक ही तेल का कई बार उपयोग करते है। इस तरह से बचे तेल का उपयोग कैंसर का कारण बन सकता है। तेल को बार–बार उबालने से उसमें कैंसर उत्पन्न करने वाले तत्व आ जाते हैं। जिस वजह से शरीर में गॉल ब्लैडर या पेट का कैंसर होने का खतरा पैदा हो जाता है। लेकिन नगर के बड़े-बड़े सेव व्यवसायी व संस्थान संचालक अपने फ़ायदे के लिए आमलोगों के स्वास्थ से खिलवाड़ करते है।

वर्तमान में प्रदेश सरकार के सख्त निर्देश अनुसार कई जिलों में मिलावटखोरी पर ठोस कदम उठाए जा रहे है । परन्तु रतलाम शहर में इस प्रकार की कार्यवाही को काफ़ी लम्बा समय हो चूका है। पूर्व में कई बार नगर के ऐसे बड़े प्रतिष्ठित संस्थानों के नाम मिलावट खोरी में आ चुके है ,लेकिन उचित कार्यवाही के अभाव में आज भी ये संस्थान अपने फ़ायदे के लिए लोगो सेहत से खिलवाड़ कर रही है।

खाद्य विभाग के सुस्त रवैये से मिलावट खोरो का धंधा जिले में फल फूल रहा है आगामी दिनों में आने वाले राखी के त्यौहार पर बाजारों में आने वाली मिठाइयों में काफी मिठाईया मिलावटी होती है ,इनमे हानिकारक रंगो का उपयोग किया जाता है। जो उपभोक्ता की सेहत के लिए अत्यंत हानिकारक है। लेकिन खाद्य विभाग अपने सुस्त रवैये के चलते नगर की जनता के स्वास्थ से खिलवाड़ कर रहा है।

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