कांग्रेस : जयस-गोंगपा से नहीं बनी बात, 11 सीटों पर उतारेंगे प्रत्याशी
भोपाल,18 मार्च(इ खबरटुडे)। लोकसभा चुनाव को लेकर मध्य प्रदेश में कांग्रेस के आदिवासी वोट पर जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (जयस) और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) की नजर थी। दोनों संगठन कांग्रेस नेतृत्व से चर्चा कर रहे थे।चर्चा आगे नहीं बढ़ पाने पर जयस ने खरगोन, धार, झाबुआ-रतलाम और बैतूल पर चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं, हीरासिंह मरकाम की गोंगपा एक दौर की चर्चा नाकाम रहने के बाद नए सिरे से बातचीत कर रही है।
भारतीय गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने कांग्रेस-भाजपा से समझौते की प्रतीक्षा के बाद अब छिंदवाड़ा, बैतूल, होशंगाबाद, बालाघाट से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
विधानसभा चुनाव में जयस को कांग्रेस ने मनावर सीट दी थी, जिसमें संगठन के डॉ. हीरालाल अलावा को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया था। लोकसभा चुनाव में जयस ने फिर कांग्रेस से अपेक्षा की कि वह आदिवासी बहुल सीटों पर संगठन समर्थित नेता को टिकट दे, लेकिन कांग्रेस के साथ इस बार बात नहीं बनी।
सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा संगठन को कोई सीट नहीं दिए जाने पर जयस ने अब खरगोन से डॉ. रक्षा मुजाल्दे, धार से भगवान सिंह सोलंकी, झाबुआ से डॉ. अभय ओहरी और बैतूल से डॉ. रुपेश पद्माकर को प्रत्याशी तय कर लिया है। जयस और गोंगगा के अकेले मैदान में उतरने से आदिवासी सीटों पर मुकाबला बेहद रोचक हो सकता है।
दूसरे दौर की चर्चा
बताया जाता है कि हीरासिंह मरकाम की गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की कांग्रेस से चल रही पहले दौर की बातचीत नाकाम रही है। अब दूसरे दौर की चर्चा शुरू हुई है। चर्चा के लिए पार्टी ने बलवीर सिंह तोमर को अधिकृत किया है। मरकाम की पार्टी मंडला, शहडोल, बालाघाट, सीधी और दमोह लोकसभा क्षेत्र में तैयारी कर रही है। हीरासिंह मरकाम समझौता नहीं होने पर मंडला से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।
कई क्षेत्रों में उतारेंगे प्रत्याशी
भारतीय गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने कांग्रेस और भाजपा दोनों से सीटों पर समझौते का प्रयास किया। इसमें यह भी प्रस्ताव दिया गया कि वे अपनी पार्टी नहीं, बल्कि कांग्रेस या भाजपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ सकते हैं। मगर आज तक उनके पास न कांग्रेस और न भाजपा से कोई जवाब आया है। अब भारतीय गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के मनमोहन शाह बट्टी ने हीरासिंह मरकाम की पार्टी वाले क्षेत्र को छोड़कर छिंदवाड़ा, बैतूल, होशंगाबाद और बालाघाट से अपने प्रत्याशी उतारने की रणनीति बनाई है। वे छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं।