November 15, 2024

आसाराम पर फैसले से पहले गृह मंत्रालय ने 3 राज्यों को जारी की एडवाइजरी, अलर्ट

नई दिल्ली/जोधपुर,24 अप्रैल(इ खबरटुडे)।राजस्थान की जोधपुर अदालत बुधवार को आसाराम के खिलाफ चल रहे बलात्कार मामले में अपना फैसला सुनाएगी, जिसको देखते हुए गृह मंत्रालय ने तीन राज्यों को एडवायजरी जारी की है. मंत्रालय ने राजस्थान, गुजरात और हरियाणा के सभी जिलों के एसपी और डीएम से सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रखने को कहा है. सूत्रों के मुताबिक इन तीन राज्यों में स्थित आसाराम के आश्रमों के आसपास जमा हो रहे उनके समर्थकों पर निगरानी रखने को कहा गया है.

वहीं, मंगलवार को जोधपुर में सुरक्षा बलों ने मार्च निकाला. आसाराम के सारे आश्रम खाली कराने के साथ ही जोधपुर के होटलों और धर्मशालाओं में भी जांच पड़ताल की जा रही है. शहर में आने वाले हर वाहन की जांच की जा रही है. गृहमंत्रालय ने इन इलाकों में मुकम्मल सुरक्षा बल तैनात करने के भी निर्देश दिए गए हैं, जिससे किसी भी हिंसक वारदात से निपटा जा सके.

गृह मंत्रालय ने हाल ही में राम रहीम के समर्थकों का CBI अदालत के फैसले के विरोध में मचाए गए उत्पात को ध्यान में रखते हुए यह अलर्ट जारी किया है. मालूम हो कि आसाराम के खिलाफ चल रहे बलात्कार के मामले में जोधपुर कोर्ट 25 अप्रैल को अपना फैसला सुनाने जा रही है. इसका काउंट डाउन शुरू हो चुका है. वहीं, इस फैसले से पहले राजस्थान पुलिस भी अलर्ट हो गई है. मामले में फैसला प्रतिकूल आने पर आसाराम के समर्थक कहीं उत्पात न मचाएं, इसलिए पुलिस ने जोधपुर की नाकाबंदी कर दी है. साथ ही 10 दिन के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है.

यहां तक कि राम रहीम केस की तरह हिंसा न हो, इसलिए जोधपुर जेल में ही स्पेशल कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी. जोधपुर सेंट्रल जेल का ये वो कोर्ट है, जिसमें आतंकी पेश होते आए हैं. राजस्थान पुलिस पूरी सतर्कता बरत रही है. आसाराम के सारे आश्रम खाली करा लिए गए हैं. उधर, आसाराम के भक्तों ने उनकी रिहाई के लिए अखंड जाप शुरू कर दिया है. फैसले के दिन या उसके बाद किसी भी तरह की अनहोनी रोकने के लिए जोधपुर में धारा 144 लगा दी गई है. इस दौरान बिना अनुमति धरना, प्रदर्शन, जूलूस या रैली निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. 10 दिन तक यानी 21 अप्रैल से 30 अप्रैल तक धारा 144 लागू रहेगी. जोधपुर के आसपास पड़ने वाले पांच रेलवे स्टेशन पर कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां पुलिस बल तैनात है.

आसाराम की बैरक के पास ही स्थापित टाडा कोर्ट में फैसला सुनाया जाएगा. इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. फैसला सुनाने के दौरान कोर्ट के चुनिंदा कर्मचारियों और दोनों पक्षों के वकील के अलावा किसी अन्य को एंट्री नहीं मिलेगा. ये कोर्ट इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों के लिए तैयार की गई थी. राजस्थान पुलिस कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है. लिहाजा शहर के होटल, धर्मशाला, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के साथ ही भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी सादी वर्दी में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. देशभर में आसाराम के 427 से ज़्यादा आश्रम और 70 लाख से ज़्यादा समर्थक हैं. अंदेशा है कि जोधपुर में भी हजारों की संख्या में समर्थक जुट सकते हैं.

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