आरटीओ ने पकड़ा फर्जीवाड़ा, रद्द किए 8 कांस्टेबलों के लाइसेंस
इंदौर,09 दिसम्बर(इ खबरटुडे)। आरटीओ ने पकड़ा फर्जीवाड़ा, रद्द किए 8 कांस्टेबलों के लाइसेंस।आरटीओ में फर्जीवाड़े से पक्के लाइसेंस का ट्रायल देने वाली 8 महिला कांस्टेबल के लाइसेंस अब जारी नहीं होंगे। इनकी ट्रायल प्रक्रिया को आरटीओ ने निरस्त कर दिया है।
29 नवंबर को पुलिस ट्रेनिंग स्कूलमें ट्रेनिंग ले रही करीब 50 महिला कांस्टेबल ट्रायल देने के लिए आरटीओ पहुची थी। उनके साथ पहुंचे पुलिसकर्मी ने पहले तो बिना ट्रायल के लाइसेंस बनवाने के लिए दबाव बनाया। जब बात नहीं बनी तो वह ट्रायल दे रही कांस्टेबलों के पास बैठ गया था। उसने स्टेरिंग चलाकर उनकी मदद की और उन्हें पास करवा दिया। शिकायत के बाद आरटीओ ने मामले की जांच के आदेश दिए थे और 20 लाइसेंस जारी करने से इनकार कर दिया था।
आरटीओ ने बताया कि जांच आरटीआई रविंद्र ठाकुर को सौंपी थी। उन्होंने वीडियों में पाया कि महिला कांस्टेबलों को ट्रायल में फेल होता देख सिपाही करीब 20 महिला कांस्टेबलों के साथ आगे बैठा था। डेश बोर्ड पर लगे कैमरों में 8 कांस्टेबलों को वह गाड़ी चलाने में मदद करता दिख रहा है। जिनके लाइसेंस निरस्त हुए है उन्हें नए सिरे से आवेदन कर लाइसेंस बनवाना होंगे। जिन कांस्टेबलों की गलती नहीं पाई गई है उन्हें लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा।
फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद पीटीएस का कोई पुलिसकर्मी लाइसेंस बनवाने आरटीओ नहीं आया है जबकि इस बैच के करीब 1200 कांस्टेबलों के लाइसेंस बनना है।